एम.के. स्टालिन ने यूसीसी और मणिपुर हिंसा को लेकर की मोदी की आलोचना
चेन्नई, तमिलनाडु। मुख्यमंत्री द्रविड़ मुन्नेत्र (द्रमुक) अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने गुरुवार को समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की वकालत करने और हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा नहीं करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की।
एम.के. स्टालिन ने एक शादी समारोह में बोलते हुए नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी का उल्लेख किया कि जिसमें उन्होंने (नरेंद्र मोदी) ने कहा था कि देश में दो कानून नहीं होने चाहिए। उन्होंने कहा ''नरेंद्र मोदी द्वारा यूसीसी की वकालत करने का उद्देश्य हिंसा भड़काना और देश में कानून की स्थिति को बिगाड़ना है। वह सोच रहे हैं कि लोगों के मन में सांप्रदायिक तनाव और भ्रम पैदा करके अगले साल लोकसभा चुनाव जीत सकते हैं।''
उन्होंने कहा कि लेकिन वह दृढ़ता से कह सकते हैं कि लोग (लोकसभा चुनाव में) भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार हैं। एम.के. स्टालिन ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने की रणनीति तैयार करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 23 जून को पटना में बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक के बाद नरेंद्र मोदी में मन में डर बैठ गया है।
उल्लेखनीय है कि विपक्षी दलों ने नरेंद्र मोदी द्वारा यूसीसी को लेकर दिए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि इसका उद्देश्य आम चुनाव से पहले मतदाताओं का ध्रुवीकरण करना है।
भाजपा शासित मणिपुर में अशांति का जिक्र करते हुए एम.के. स्टालिन ने कहा कि मणिपुर पिछले 50 दिनों से जल रहा है। उन्होंने सवाल किया कि नरेंद्र मोदी उस राज्य का दौरा करने में क्यों नहीं जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ''मणिपुर हिंसा में अब तक 150 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग राज्य छोड़कर भाग गए हैं। आज तक नरेंद्र मोदी उस तरफ नहीं गए हैं और हिंसा भड़कने के 50 दिन बाद ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। केंद्र में भाजपा सरकार इसी तरह काम कर रही है।''
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