बेंगलुरू। कर्नाटक में एक हफ्ते की देरी से शुरू हुए दक्षिण पश्चिम मानसून के कारण सोमवार को विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। भारतीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने एक बुलेटिन में कहा-''राज्य के तटीय, मध्य और उत्तरी क्षेत्रों में भारी बारिश हुई है और मानसून ने जोर पकड़ लिया है।" दक्षिण कन्नड़ के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश अभी भी जारी है और मेंगलुरू के कादरी शिवाबाग में एक विशालकाय पेड़ उखड़ गया था लेकिन दमकल और वन विभाग के कर्मचारियों ने बाद में रास्ते को साफ कर दिया था।
भारी बारिश के बाद उल्लाल और जिले के सोमश्वरा तथा अन्य क्षेत्रों में समुद्र काफी प्रचंड हो गया है और इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। तेज हवाओं के चलने के कारण समुद्र तटों पर घूमने आने वाले पर्यटकों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। मछुआरों को भी मौसम सामान्य होने तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग ने बताया कि अगले 48 घंटों तक तटीय क्षेत्रों में बारिश होती रहेगी और सतह पर चलने वाली हवाओं की रफ्तार बहुत अधिक होगी। इस क्षेत्र में अप्रैल से अब तक 61 मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं और 318 को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने बताया कि उत्तरी कर्नाटक के आंतरिक हिस्सों में 16 जुलाई तक गरज से साथ तेज बौछारें पडऩे की आंशका हैं और इसे देखते हुए यहां के जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
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