राज एक्सप्रेस। कोरोना का बढ़ते प्रकोप के बीच जहां दुनिया भर के कुछ देश आज भी कोरोना वायरस की वैक्सीन के लिए दूसरे देशों पर निर्भर हैं। वहीं, इस कड़ी में भारत द्वारा पिछले साल ही एक से ज्यादा वैक्सीन तैयार की जा चुकी हैं। जबकि, रूस ने कोरोना वैक्सीन की रेस में सबसे पहले जीत हासिल की थी। इतना ही नहीं रूस ने ही सिंगल डोज वैक्सीन 'स्पुतनिक लाइट' (Sputnik Lite) भी तैयार की थी। वहीं, अब इसे भारत में भी इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी गई है।
सिंगल डोज वैक्सीन को भारत में मिली मंजूरी :
दरअसल, भारत में स्वदेशी दो कोरोना वैक्सीन के साथ ही अन्य देशों की भी कुछ वैक्सीन मौजूद है। इस प्रकार भारत में वर्तमान समय में 8 वैक्सीन से वैक्सीनेशन जारी है। वहीं, अब भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार को रूस की सिंगल-डोज वैक्सीन 'स्पुतनिक लाइट' (Sputnik Lite) को भी भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इस प्रकार देखा जाए तो अब भारत के पास कुल 9 वैक्सीन हो गई है। इस मामले में जानकारी देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने रविवार को उन्होंने ट्वीट कर कहा कि,
"DCGI ने भारत में सिंगल-डोज स्पुतनिक लाइट कोविड-19 वैक्सीन के लिए आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दे दी है। यह देश में 9वां कोविड वैक्सीन है। यह महामारी के खिलाफ देश की सामूहिक लड़ाई को और मजबूत करेगा।"
डॉ मनसुख मंडाविया, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
आपातकालीन इस्तेमाल की सिफारिश :
बताते चलें, भारत के केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) के एक विशेषज्ञ पैनल ने कोरोना से लड़ने की क्षमता रखने वाली इस 'स्पुतनिक लाइट' वैक्सीन के सीमित आपातकालीन इस्तेमाल के लिए सिफारिश की थी। ख़बरों की मानें तो यह सुझाव अलग-अलग नियामक प्रावधानों की शर्तों के अंतर्गत दिया गया था। विशेषज्ञों का कहना है कि, स्पुतनिक लाइट, स्पुतनिक-वी के 'कम्पोनेंट-1' की तरह ही है। हैदराबाद की दवा निर्माता ने साल 2020 के सितंबर महीने में 'स्पुतनिक वी' का क्लीनिकल परीक्षण करने और भारत में इसके वितरण के लिए रसियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (RDIF) के साथ साझेदारी की थी। इसके अलावा ये भी खबर है कि, साल 2021 में कंपनी को अप्रैल में DCGI से आपात स्थिति में सीमित उपयोग के लिए Sputnik के आयात की मंजूरी मिली थी।
29 देशों से मान्यता प्राप्त :
डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, स्पुतनिक लाइट को अर्जेंटीना और रूस के साथ ही कुल 29 देशों से मान्यता पहले ही मिल चुकी है। इसके अलावा भारत में इस सिफारिश को अंतिम मंजूरी के लिए इसे औषधि महानियंत्रक (DCGI) के पास भेजा गया था।
गौरतलब है कि, स्पुतनिक लाइट एक सिंगल डोज वैक्सीन है, यानी इसे लेने के बाद लोगों को दूसरी डोज का इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा। यह वैक्सीन सिंगल डोज में ही कोरोना वायरस से लड़ सकेगी। जबकि अब तक सभी वैक्सीन के दो डोज लेना जरूरी हुआ करता था।
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