दिल्ली, भारत। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बॉर्डरों पर किसानों को केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं, जिसे एक साल पूरे हो गए। इस बीच राजधानी की सीमाओं पर किसान तो डटे ही हुए हैं और आज 'काला दिवस' भी मनाया जा रहा है। इस बीच पंजाब की मुख्य विपक्षी पार्टी शिरोमणि अकाली दल (SAD) का हल्ला बोल शुरू हुआ है।
शिरोमणि अकाली दल का विरोध मार्च :
तीन कृषि कानूनों के एक साल पूरे होने पर आज शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब से संसद भवन तक एक मार्च निकाला जा रहा है। इस दौरान अकाली दल के विरोध मार्च को देखते हुए दिल्ली पुलिस द्वारा व्यापक इंतजाम भी किए हैं और संसद भवन के आस-पास बैरिकेडिंग की गई है। संसद भवन और कनॉट प्लेस के आसपास ट्रैफ़िक जाम भी है।
कई किसानों की जान गई है और कई किसान अब भी राज्य की सीमाओं पर बैठे हुए हैं, लेकिन केंद्र सरकार उदासीन रवैया अपना रही है। कृषि कानूनों के निरस्त होने तक हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
हरसिमरत कौर बादल, शिरोमणि अकाली दल
किसानों को संबोधित कर बाेले सुखबीर बादल :
तो वहीं, शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर बादल भी प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे और किसानों को संबोधित करते हुए यह बड़ा ऐलान किया कि, ''अगर पंजाब में उनकी सरकार बनती है तो वहां कृषि कानून लागू नहीं होंगे।'' इस दौरान उन्होंने कानूनों को लेकर भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस को भी आड़े हाथ लिया, साथ ही आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी कृषि कानूनों के मामले में कटघरे में खड़ा किया।
शिरोमणि अकाली दल के नेताओं को हिरासत में लिया :
इस बीच यह खबर भी सामने आ रही है कि, दिल्ली पुलिस ने शिरोमणि अकाली दल के नेताओं को हिरासत में लिया गया और उन्हें संसद मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहा है। इस दौरान सुखबीर बादल ने भी शिरोमणि अकाली दल के नेताओं के साथ गिरफ्तारी दी है।
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