रक्षा उत्पादन को सरकार 2025 तक 22 अरब डॉलर तक पहुंचाने का अथक प्रयास कर रही: राजनाथ सिंह
गुजरात, भारत। गुजरात के गांधीनगर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज 'इन्वेस्ट फॉर डिफेंस' सेमिनार में कहा।
राष्ट्र की ताकत के दो प्रमुख pillars होते हैं :
इन्वेस्ट फॉर डिफेंस सेमिनार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- पहली तो ये, कि उस राष्ट्र की GDP क्या है, यानि उसकी economy कितनी मज़बूत है और दूसरी, उस राष्ट्र की defence capability कितनी है, यानी वह राष्ट्र अपने आप को सुरक्षित रख पाने में कितना समर्थ है। आप सभी इस बात से जरूर सहमत होंगे, कि आज हम सब एक नए, सशक्त, समृध्द और सुरक्षित भारत के निर्माण की ओर एक साथ अपने कदम आगे बढ़ा रहे हैं। आमतौर पर किसी राष्ट्र की ताकत के दो प्रमुख pillars होते हैं।
हमारी defence industry आज एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। हमारी industry ने Fighter Aircrafts, Aircraft Carrier, Main Battle Tanks और Attack Helicopters आदि का निर्माण करके अपनी capabilities का demonstration किया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
इन Projects के माध्यम से एक ecosystem का निर्माण करने के लिए valuable experience प्राप्त किया हैI यह experience, future generation की Defence systems को support और develop करने में सहायक होगा।
आज Defence Sector में न केवल large Corporations आ गए हैं, बल्कि Start-ups और MSMEs भी गजब की प्रगति कर रहे हैं। मेरे नजरिये में, वर्तमान समय defence sector के लिए एक golden period है और Indian Defence industry आने वाले समय का एक Sunrise Sector है।
Start-ups के लिए हमारे देश में venture capital funding का culture भी develop हुआ है, जो early stage पर उनकी hand-holding के लिए महत्त्वपूर्ण हैंI Start-up based innovation ecosystem की सफलता इस बात से देख सकते हैं, देश में Unicorns की संख्या, 100 के पार पहुँच गई है।
‘Innovation for Defence Excellence’ यानी iDEX, और Technology Development Fund भी ऐसे उदाहरण हैं, जो हमारी सेनाओं के लिए मौजूदा products, systems, processes आदि में upgrade और नए innovation के लिए financial support प्रदान करता है।
सरकार ने Defence R&D budget का एक चौथाई हिस्सा industry led R&D को dedicate करने का फ़ैसला किया हैI ऐसे कदम भी private players को defence sector में आने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
हमने अपनी domestic industry के लिए, domestic market को unfair foreign competition से protect करने का पूरा प्रयास किया हैI साथ ही साथ, हम अपने domestic businesses को, बाहर देशों में भी market access दिलाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि वे बाहर भी market capture कर सकें।
हमारी domestic industry की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार ने defence के capital acquisition का एक निश्चित हिस्सा domestic procurement के लिए reserve कर दिया हैI इस वर्ष, यानि 2022-2023 के लिए यह 68%, यानि लगभग 85,000 करोड़ रूपए कर दिया गया है।
हम हमारे investors के लिए ऐसा environment तैयार करने में सफल रहे हैं, जो उन्हें न केवल अच्छा return दे सके, बल्कि domestic और global market में उन्हें अच्छी पहचान भी दिला सके।
सरकार, वर्ष 2025 तक Defence production को 12 billion US डॉलर से बढ़ाकर 22 billion US डॉलर करने के लिए अथक प्रयास कर रही है। आप कल्पना कर सकते हैं, कि इस तरह के growth के साथ industry के लिए कितने अवसर उपलब्ध होंगे।
नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रही Indian defence industry में growth की अपार संभावनाएं हैं। आज पूरा विश्व, भारत को आशा की निगाहों से देख रहा है। भारत आज दुनिया की जरूरतों को पूरा करने की ओर आगे बढ़ रहा है। निश्चित ही, defence sector इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
सरकार पिछले कुछ समय में निवेशकों के लिए ऐसा माहौल तैयार करने में सफल रही है जिसमें उन्हें ना केवल मुनाफा मिले बल्कि घरेलू और विश्व बाजार में उनकी अच्छी पहचान भी बने।
देश में रक्षा उद्योग आज एक महत्वपूर्ण बोर्ड पर है और अब देश ने लड़ाकू विमान, विमान वाहक पोत, युद्धक टैंक और लड़ाकू हेलीकॉप्टर बनाकर रक्षा भी निर्माण के क्षेत्र में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। इन परियोजनाओं के माध्यम से बने इकोसिस्टम से रक्षा उद्योग को एक अनुभव मिला है जो भविष्य में और अधिक सक्षम रक्षा प्रणालियों को विकसित करने में सहायक होगा।
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