इस बार गुलाबी नगरी की होली हर्बल गुलाल से महकेगी

राजस्थान की राजधानी एवं गुलाबी नगरी जयपुर की होली इस बार विभिन्न रंगों के साथ पलाश के फूलों से बने हर्बल गुलाल से भी महकेगी।
इस बार गुलाबी नगरी की होली हर्बल गुलाल से महकेगी
इस बार गुलाबी नगरी की होली हर्बल गुलाल से महकेगीSocial Media
Published on
Updated on
2 min read

राज एक्सप्रेस। राजस्थान की राजधानी एवं गुलाबी नगरी जयपुर की होली इस बार विभिन्न रंगों के साथ पलाश के फूलों से बने हर्बल गुलाल से भी महकेगी। राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद् (राजीविका) और ग्रामीण विकास विभाग की ओर से रामलीला मैदान में आयोजित जयपुर सरस राष्ट्रीय क्राफ्ट मेले में लोगों ने विभिन्न उत्पादों और कलाकृतियों के साथ हर्बल गुलाल की जमकर खरीददारी की है। इससे पलाश के फूलों से बने हर्बल गुलाल की सुंगंध शहरवासियों के मन में उतरती नजर आ रही है। गुलाल की बहुतयात में हुई बिक्री के कारण इस बार गुलाबी नगरी की होली हर्बल गुलाल से महकेगी। ग्रामीण महिलाओं का हर्बल गुलाल पर्यावरण और स्वास्थ्य को भी सुरक्षित रखेगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार क्राफ्ट मेले में इसके अलावा राजस्थान की राजपूती, लहरिया, मेघालय के खासी, कश्मीर की फीरन, गुजरात के चनिया चोली, दमन- दीव के कच्छी, आंध्रा के पुट्टू सिल्क, असम के मैखेला चादर आदि विभिन्न राज्यों के परम्परागत परिधान सहज ही लोगों को अपनी ओर खींच रहे हैं। इक्कीस मार्च तक चलने वाले इस मेले में सांस्कृतिक आयोजन में विभिन्न कलाकरों की लोकनृत्य, गीत, नाटक फैशन शो की प्रस्तुति मेले का आकर्षण दोगुना कर रहे हैं।

ग्रामीण महिला शिल्पकारों की हस्तनिर्मित सुंदर और मनमोहक विभिन्न कलाकृतियां शहरवासियों को खूब रास आ रही हैं। कई शैक्षिणक संस्थानों के विद्यार्थियों ने ग्रामीण महिलाओं द्वारा विभिन्न उत्पाद तैयार करने के रोचक तरीकों को जाना। ग्रामीण महिला शिल्पकारों और उत्पादकों की उनके राज्यों की कला को प्रदर्शित करने वाले परम्परागत, आधुनिक वस्त्रों, जूट, बांस, मिट्टी से बनी सजावट की सामग्री, चमड़े की चप्पल, जूतियां, कुशन, बैड शीट,श्रृंगार और सौंदर्य के हस्तनिर्मित उत्पादों की शहरवासियों ने जमकर खरीद की हैं। विभिन्न प्रकार के अचार, मुरब्बे, पापड़, मसाले आदि भी खूब पसंद किये जा रहे हैं।

डिस्क्लेमर : यह आर्टिकल न्यूज एजेंसी फीड के आधार पर प्रकाशित किया गया है। इसमें राज एक्सप्रेस द्वारा कोई संशोधन नहीं किया गया है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com