एमएसपी और सुनिश्चित विपणन को कानूनी गारंटी के रूप में कानून बनाया जाना चाहिए।
दोषियों पर मामला दर्ज करने के लिए भगवंत मान किसकी इजाजत का इंतजार कर रहे हैं।
अगर भगवंत मान ने अंहकार से काम नहीं लिया होता तो शुभकरन आज भी हमारे साथ होता।
मुक्तसर, पंजाब। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने गुरुवार को मांग की है कि एक मार्च से शुरू होने वाले आगामी विधानसभा सत्र के दौरान पंजाब सरकार की ओर से 22 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और सुनिश्चित विपणन को कानूनी गारंटी के रूप में कानून बनाया जाना चाहिए।
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि आप सरकार बनने के 24 घंटो के भीतर 22 फसलों पर एमएसपी और सुनिश्चित विपणन की गारंटी किसी और ने नहीं बल्कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 22 फरवरी के चुनाव से पहले दी थी। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री इस गारंटी को कानून बनाने के लिए कानून बनाते हैं तो अकाली दल पूरे दिल से उस कानून का समर्थन करेगा और मैं व्यक्तिगत रूप से उनके पास जाकर उनका आभार व्यक्त करूंगा।
सुखबीर सिंह बादल ने केंद्र से किसानों को दो साल से अधिक समय पहले दिए गए आश्वासनों को पूरा करने की अपील की, जब उन्होंने किसान आंदोलन वापिस ले लिया था। उन्होंने केंद्र से किसान यूनियन के साथ फिर से बातचीत शुरू करने और मौजूदा समस्या को बातचीत के माध्यम से हल करने का भी आग्रह किया।
अकाली दल अध्यक्ष ने लंबी विधानसभा क्षेत्र के अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान 11 गांवों मे सार्वजनिक मीटिंगें की। उन्होंने गांव वालों की शिकायतें सुनी और उनसे अपनों और परायों में फर्क करने की अपील की। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल के समान भावना के साथ हलके की सेवा करने का भी आश्वासन दिया।
सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब सरकार विशेषकर भगवंत मान को निर्दोष लड़के शुभकरन सिंह की हत्या के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा,‘‘ शुभकरन की बर्बर हत्या के लिए पंजाब सरकार द्वारा अभी तक हत्या का मामला दर्ज क्यों नहीं किया गया है।” उन्होंने पूछा कि दोषियों पर मामला दर्ज करने के लिए भगवंत मान किसकी इजाजत का इंतजार कर रहे हैं।
अकाली दल अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को उनके द्वारा किए गए दावों की भी याद दिलाते हुए कहा कि कोई भी पुलिस कर्मी मुख्यमंत्री के सीधे आदेश के बिना गोली नहीं चला सकता है। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि आप अपने शब्दों पर कायम रहें और उस व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करें, जो अकेले आपकी राय में पुलिस को किसानों पर गोली चलाने का आदेश दे सकता था, जिससे आपके ही राज्य के अंदर एक नौजवान पंजाबी किसान की मौत हो गई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शुभकरन की ‘‘ हत्या’’ को मुख्यमंत्री द्वारा रोका जा सकता था, यदि उन्होंने हमारी और अन्य विपक्षी पार्टियों की बात सुनी होती जो ‘‘पिछले छह दिनों से जोर-जोर से चिल्ला रहे थे और भगवंत मान से हरियाणा सरकार को पंजाब पर हमला करने से रोकने के लिए हस्तक्षेप करने के लिए कह रहे थे’’। उन्होंने कहा ‘‘अगर भगवंत मान ने अंहकार से काम नहीं लिया होता तो शुभकरन आज भी हमारे साथ होता।’’
सुखबीर सिंह बादल ने मुख्यमंत्री पर किसानों के साथ दोगुला खेल खेलने, उनके मित्र होने का दिखावा करने और वास्तव में हरियाणा सरकार के छिपे हुए एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘भगवंत मान किसानों को झूठी उम्मीदें देकर उनका ध्यान भटकाकर उन्हे भ्रमित करते रहे, वह केवल केंद्र और हरियाणा सरकार को किसानों के खिलाफ अपनी सीमाओं को मजबूत करने का समय दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मुझे दुख है कि निर्दोष किसान उनके जाल में फंस गए है।’’
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