बाल दिवस पर राष्ट्रपति मुर्मू छात्रों से मिली और कहा- आज के बच्चे कंप्यूटर युग के बच्चे हैं
हाइलाइट्स :
बाल दिवस पर राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू छात्रों से मिलीं
राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने छात्रों को संबोधित किया
राष्ट्रपति ने बाल दिवस पर कहा, हर नई पीढ़ी नई संभावनाएं और नए सपने लेकर आती है
दिल्ली, भारत। बच्चों के प्रिय चाचा नेहरू के नाम से प्रसिद्ध पंडित जवाहरलाल नेहरू का आज 14 नवंबर को जन्मदिवस है और हर साल उनकी जयंती को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। इसी कड़ी में आज सोमवार को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बाल दिवस के मौके पर राष्ट्रपति भवन में स्कूलों और संस्थानों के छात्रों से मिलीं।
यह तकनीकी क्रांति और सूचना क्रांति का एक नया युग है :
छात्रों से मिलने के बाद बाल दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने छात्रों को संबोधित भी किया, इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा- हर नई पीढ़ी नई संभावनाएं और नए सपने लेकर आती है क्योंकि यह तकनीकी क्रांति और सूचना क्रांति का एक नया युग है। आज के बच्चे कंप्यूटर युग के बच्चे हैं। टेक्नोलॉजी के आने से, नॉलेज और इन्फॉर्मेशन उनकी उंगलियों पर है। इसलिए यह और भी महत्वपूर्ण है कि हम उन्हें सही मूल्य सिखाने का प्रयास करें और उन्हें विभिन्न कार्य और चर्चाओं में शामिल करें।
काम के साथ-साथ आपको प्रकृति और पर्यावरण की भी चिंता करनी चाहिए, इनके बिना हम जीवित नहीं रह सकते, पर्यावरण साथ में लेकर आए है और पर्यावरण के साथ ही हमें जीना पड़ेगा। भविष्य आपका है और उसके निर्माता भी आप ही है। आप जैसा पर्यावरण को रखेंगे, ऐसे ही आप सबको, हम सबको रहना पड़ेगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
बता दें कि, स्वतंत्र भारत की बागडोर संभालने वाले प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ही थे और उनके मन में बच्चों के प्रति अपार प्यार और सम्मान था। ऐसे में भारत की संसद द्वारा उनके जन्मदिन 14 नवंबर को भारत में बाल दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था।
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