दिल्ली, भारत। कोरोना के संकटकाल के बीच भारत के 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 84 साल की उम्र में सोमवार शाम के वक्त निधन हो गया है, आज मंगलवार को दिल्ली में कोरोना प्रोटोकॉल के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
दोपहर में होगा अंतिम संस्कार :
बताया गया है कि, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी केे पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए उनके नई दिल्ली 10 राजाजी मार्ग स्थित आवास पर रखा गया है, इसके बाद उनका अंतिम संस्कार दोपहर करीब 2 बजे दिल्ली के लोधी रोड श्मशान घाट में होगा।
सात दिन का राजकीय शोक :
इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति के सम्मान में 7 दिवसीय राष्ट्रीय शोक घोषित हुआ है, इस दौरान देश में झंडे आधे झुके रहेंगे। देशभर में लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों समेत कई नेताओं ने पूर्व राष्ट्रपति को घर जाकर श्रद्धांजलि दी।
बता दें कि, प्रणब मुखर्जी बीते कुछ समय से ही बीमार चल रहे थे और उनका दिल्ली छावनी स्थित सेना के रिसर्च ऐंड रेफरल अस्पताल में लंबे समय से इलाज चल रहा था, उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी, लेकिन कल उन्होंने अंतिम सांस ली और दुनिया को अलविदा कह चले। प्रणब दा के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है।
PM मोदी ने प्रणब दा के निधन पर शोक व्यक्त किया :
वहीं प्रणब दा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके साथ संबंधों को याद किया है और अपने ट्वीट लिखा- मैं 2014 में दिल्ली में नया था। पहले दिन से ही मुझे श्री प्रणब मुखर्जी का मार्गदर्शन, समर्थन और आशीर्वाद मिला। मैं हमेशा उनके साथ अपनी बातचीत को संजोए रखूंगा। उनके परिवार, दोस्तों, प्रशंसकों और देश भर के समर्थकों के प्रति संवेदना।
भारत रत्न प्रणब मुखर्जी ने अपने 5 दशक से भी लंबे राजनीतिक करियर में एक आम कांग्रेस कार्यकर्ता से राष्ट्रपति तक का सफर तय किया, प्रणब दा गिने-चुने नेताओं में से एक थे। प्रणब मुखर्जी को नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया था।
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