महामारी कोरोना मुक्‍त भारत पर 'मन की बात' में PM मोदी के विचार

कोरोना महामारी की जंग और लॉकडाउन के बीच आज 'मन की बात' कार्यक्रम के 64वें संस्करण में प्रधानमंत्री मोदी ने क्या-क्या बाते साझा की, यहां जाने पूरे अपडेट...
महामारी कोरोना मुक्‍त भारत पर 'मन की बात' में PM मोदी के विचार
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राज एक्‍सप्रेस। आज 26 अप्रैल को इस माह का आखिरी रविवार है और हर महीने के आखिरी रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित कर लोगों के सामने पेश हुए हैं। घातक महामारी कोरोना को हराने की जारी जंग व लॉकडाउन के बीच इस साल के चौथे और 64वें संस्करण में आज सुबह 11 बजे 'मन की बात' मासिक रेडियो कार्यक्रम में PM मोदी ने किस मुद्दे पर बात की और क्‍या सुझाव साझा किए, आइये जानते हैं-

महामारी कोरोना से भारत को मुक्‍त पर PM की मन की बात :

PM मोदी ने कहा कि, भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई सही मायने में People Driven है। भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई जनता लड़ रही है, आप लड़ रहे हैं, जनता के साथ मिलकर शासन, प्रशासन लड़ रहा है। भारत जैसा विशाल देश जो विकास के लिए प्रयत्नशील है, गरीबी से निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है। उसके पास कोरोना से लड़ने और जीतने का यही एक तरीका है। हम भाग्‍यशाली हैं कि, आज पूरा देश व देश का हर नागरिक जन-जन इस लड़ाई का सिपाही है, लड़ाई का नेतृत्‍व कर रहा है।

देश में एक बहुत बड़ा महायज्ञ चल रहा :

इस दौरान 'मन की बात' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बात का जिक्र भी किया कि, ''ताली, थाली, दीया, मोमबत्ती, इन सारी चीज़ों ने जिन भावनाओं को जन्म दिया, जिस जज्बे से देशवासियों ने कुछ-न-कुछ करने की ठान ली, हर किसी को इन बातों ने प्रेरित किया है। शहर हो या गाँव ऐसा लग रहा है, जैसे देश में एक बहुत बड़ा महायज्ञ चल रहा है, जिसमें हर कोई अपना योगदान देने के लिए आतुर हैं।"

हमारे किसान भाई-बहन को ही देखिये- वो इस महामारी के बीच अपने खेतों में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और इस बात की भी चिंता कर रहे हैं कि देश में कोई भूखा ना सोये।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

सभी अपने सामर्थ्‍य के हिसाब से लड़ रहे लड़ाई :

आगे PM मोदी ने ये भी कहा, हर कोई अपने सामर्थ्‍य के हिसाब से इस लड़ाई को लड़ रहा है। कोई किराया माफ कर रहा है, तो कोई अपनी पूरी पेंशन या पुरस्‍कार में मिली राशि को PM केयर्स में जमा करा रहा है। कोई खते की सारी सब्जियां दान दे रहा है, तो कोई हर रोज सैकड़ों गरीबों को मुफ्त भोजन करा रहा है। कोई मास्‍क बना रहा है, कई हमारे मजदूर भाई-बहन क्‍वारंटाइन में रहते हुए जिस स्‍कूल में रह रहे है, उसकी रंगाई-पुताई कर रहे हैं।

दूसरों की मदद के लिए, अपने भीतर, हृदय के किसी कोने में, जो ये उमड़ता-घुमड़ता भाव है ना! वही कोरोना के खिलाफ, भारत की इस लड़ाई को ताकत दे रहा है। वहीं, इस लड़ाई को सच्‍चे मायने में People Driven बना रहा है और हमने देखा है, पिछले कुछ साल में हमारे देश में यह मिजाज बना है, निरंतर मजबूत होता रहा है।

चाहे करोड़ों लोगों का गैस सब्सिडी छोड़ना हो, लाखों senior citizen कर रेलवे सब्सिडी छोड़ना हो, स्वच्छ भारत अभियान का नेतृत्व लेना हो, शौचालय (Toilet) बनाने हो, ऐसी अनगिनत बातें है। इन सारी बातों से पता चलता है कि, हम सबको एक मन-एक धागे से पिरो दिया है। एक होकर देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा दी है।
PM नरेंद्र मोदी

भारत में एक नए बदलाव की शुरुआत :

मन की बात में PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा, हर मुश्किल हालात व लड़ाई कुछ-न-कुछ सबक देती है, कुछ-न-कुछ सिखा करके जाती है, सीख देती है। सब देशवासियों ने जो संकल्प शक्ति दिखाई है, उससे, भारत में एक नए बदलाव की शुरुआत भी हुई है। हमारे व्यापार, दफ्तर, शिक्षण संस्थान, मेडिकल सेक्‍टर, हर कोई तेजी से नए तकनीकी बदलावों की तरफ बढ़ रहे हैं।

PM मोदी बताया कि, 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज 'के तहत, गरीबों के अकाउंट में पैसे सीधे ट्रान्सफर किए जा रहे हैं। वृद्धावस्था पेंशन जारी की गई है। गरीबों को तीन महीने के मुफ्त गैस सिलेंडर, राशन जैसी सुविधाएं भी दी जा रही हैं।

राज्य सरकारों की प्रशंसा की :

पीएम मोदी ने 'मन की बात' में संबोधित करते हुए ये भी कहा कि, हमारे देश की राज्य सरकारों की भी इस बात के लिए प्रशंसा करूँगा कि, वो इस महामारी से निपटने में बहुत सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन, राज्य सरकारें जो अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं, उसकी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बहुत बड़ी भूमिका है।

देशभर से स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों ने अभी हाल ही में जो अध्यादेश लाया गया है, उस पर अपना संतोष व्यक्त किया है। इस अध्यादेश में कोरोना वॉरियर्स के साथ हिंसा, उत्पीड़न और उन्हें किसी रूप में चोट पहुंचाने वालों के खिलाफ बेहद सख्त सजा का प्रावधान किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

आगे PM मोदी ने कहा कि, डॉक्टर हों, सफाईकर्मी हों, अन्य सेवा करने वाले लोग हों - इतना ही नहीं, हमारी पुलिस व्यवस्था को लेकर भी आम लोगों की सोच में काफी बदलाव हुआ है। हमारे पुलिसकर्मी ग़रीबों, ज़रुरतमंदो को खाना और दवा पंहुचा रहे हैं।

भारत ने लिए कुछ फैसले :

PM मोदी बोले- भारत ने अपने संस्‍कारों, हमारी सोच के अनुरूप, हमारी संस्कृति का निर्वहन करते हुए कुछ फैसले लिए हैं। संकट की इस घड़ी में दुनिया, समृद्ध देशों के लिए भी दवाईयों का संकट बहुत ज्यादा रहा है। अगर भारत दुनिया को दवाईयां न भी दे तो कोई भारत को दोषी नहीं मानता, लेकिन भारत ने प्रकृति, विकृति की सोच से परे होकर फैसला लिया। आगे PM मोदी ने ये बाते भी कहीं-

  • हमने विश्व के हर जरूरतमंद तक दवाइयों को पहुंचाने का बीड़ा उठाया और मानवता के इस काम को करके दिखाया।

  • आज जब मेरी अनेक देशों के राष्ट्रध्यक्षों से बात होती है, तो वो भारत की जनता का आभार जरूर व्यक्त करते हैं।

  • कई बार हम अपनी ही शक्तियों और समृद्ध परम्परा को पहचानने से इनकार कर देते हैं लेकिन जब विश्व का कोई दूसरा देश Evidence Based Research का आधार पर वही बात करता है, तो हम उसे हाथों-हाथ ले लेते हैं। इसके पीछे एक बहुत बड़ा कारण- सैकड़ों वर्षों की हमारी गुलामी का कालखंड रहा है।

  • जैसे विश्व ने योग को सहर्ष स्वीकार किया है वैसे ही, हजारों वर्ष पुराने, हमारे आयुर्वेद के सिद्धांतों को भी विश्व अवश्य स्वीकार करेगा और इसके लिए युवा-पीढ़ी को संकल्‍प लेना होगा व दुनिया जिस भाषा में समझती है उसवैज्ञानिक भाषा में हमे समझाना होगा कुछ करके दिखाना होगा।

  • हमारे समाज में एक और बड़ी जागरूकता ये आयी है कि, अब सभी लोग ये समझ रहे हैं सार्वजनिक स्थानों पर थूकने के क्या नुकसान हो सकते हैं। अब वो समय आ गया है कि इस बुरी आदत को हमेशा-हमेशा के लिए खत्म कर दिया जाए।

अक्षय तृतीया का पवित्र पर्व आज :

प्रधानमंत्री ने कहा, आज जब आपसे मैं मन की बात कर रहा हूं तो अक्षय तृतीया का पवित्र पर्व भी है। साथियों 'क्षय' का अर्थ होता है विनाश, लेकिन जो कभी नष्ट नहीं हो, जो कभी समाप्त नहीं हो वो 'अक्षय' है। अपने घरों में हम सब इस पर्व को हर साल मनाते हैं, लेकिन इस साल हमारे लिए इसका विशेष महत्व है।

रमजान का भी पवित्र महीना शुरू :

'मन की बात' प्रोग्राम में रमजान को लेकर भी PM ने कहा, रमजान का भी पवित्र महीना शुरू हो चुका है। अब जब पूरे विश्व में ये मुसीबत आ ही गई है तो हमारे सामने अवसर है, इस रमजान को संयम, सद्भाव, संवेदनशीलता और सेवा-भाव का प्रतीक बनाएं। मुझे विश्वास है कि रमजान के इन दिनों में स्थानीय प्रशासन के दिशा-निदेर्शों का पालन करते हुए कोरोना के खिलाफ चल रही इस लड़ाई को हम मजबूत करेंगे। सड़कों, बाजारों, मोहल्लों में Physical Distancing के नियमों का पालन अभी बहुत आवश्यक है

प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का लाइव वीडियो भी आप यहां देख व सुन सकते हैं।

बता दें कि, इससे पहले यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम के 63वें एडिशन के दौरान कोरोना वायरस की वजह से उपजे देश के हालात को केंद्र में रखते हुए अपनी बात रखी थी।

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