असम, भारत। नॉर्थ ईस्ट के 3 प्रदेश असम, मणिपुर और नागालैंड के लिए आज भारत की मोदी सरकार द्वारा एक बहुत बड़ा निर्णय लिया गया है। दरअसल, दशकों बाद इन राज्यों में बसे सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA) का दायरा घटाया गया है। सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले के बाद अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का बयान सामने आया है।
AFSPA असम के पहाड़ी क्षेत्रों में मौजूद रहेगा :
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने बयान में कहा- AFSPA असम के पहाड़ी क्षेत्रों में मौजूद रहेगा जहां स्थिति में सुधार होने बाकी हैं। असम का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 78,438 वर्ग किमी है, यह पूरा क्षेत्र अशांत क्षेत्र था और अब यह क्षेत्र केवल 31,724.94 वर्ग किमी तक ही सीमित है।
9 जिलों और एक अनुमंडल को छोड़कर असम आज आधी रात से AFSPA को पूरी तरह से वापस ले लेगा। इससे हमारे 60% क्षेत्र से AFSPA वापस ले लिया जाएगा। आज आधी रात से पूरे निचले, मध्य और उत्तरी असम से AFSPA हटाया जाएगा।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा
अब तक असम की सरकार 62 बार AFSPA बढ़ा चुकी है :
इस दौरान असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने AFSPA को लेकर यह भी बताया कि, ''1990 में असम को अशांत क्षेत्र घोषित किया गया था। तब से AFSPA लगातार लागू था। 1990 से अब तक असम की सरकार 62 बार AFSPA बढ़ा चुकी है। आज PM मोदी ने AFSPA को उस क्षेत्र से वापस लेने का साहसिक निर्णय लिया है जहां इसकी आवश्यकता नहीं है।''
ये एक ऐतिहासिक दिन है :
तो वहीं, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल का भी बयान आया, जिसमें उन्होंने कहा- नॉर्थ ईस्ट के लिए एक बहुत बड़ा निर्णय लिया गया है। नॉर्थ ईस्ट के तीनों प्रदेश असम, मणिपुर और नागालैंड में बसे हुए AFSPA का दायरा घटाया गया है ये एक ऐतिहासिक दिन है इस निर्णय से पता चलता है कि, यहां पर शांति वापस से बहाल हुई है।
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