हाइलाइट्स :
पकड़े गए लुटेरों को कर दिया गया था पुलिस के हवाले।
हिन्द महासागर में बढ़ी है समुद्री डकैती की घटनाएं।
Indian Navy Anti Piracy Operation : नई दिल्ली। भारतीय नौसेना द्वारा पकड़े गए 35 सोमालियाई समुद्री लुटेरों को मुंबई सत्र न्यायालय ने 10 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है। 16 मार्च को भारतीय नौसेना के आईएनएस कोलकाता (INS Kolkata) ने इन लुटेरों को पकड़ा था। रविवार को 35 सोमालियाई समुद्री लुटेरों को सत्र न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। भारतीय नौसेना ने इन लुटेरों को पकड़ने के बाद मुंबई पुलिस के हवाले कर दिया था।
INS Kolkata ने 16 मार्च को भारतीय तट से लगभग 1400 एनएम (2600 किमी) दूर समुद्री डाकू जहाज रुएन को रोका था, और INS सुभद्रा, हेल RPA, P8I समुद्री गश्ती विमान और MARCOS द्वारा संवर्धित किए गए कैलिब्रेटेड कार्यों के माध्यम से समुद्री डाकू जहाज को रुकने के लिए मजबूर किया था। C-17 विमान द्वारा प्रहार को हवा में गिराया गया। इस जहाज से अवैध हथियार, गोला-बारूद और प्रतिबंधित सामग्री जब्त की गई है।
भारतीय नौसेना के INS Kolkata ने सख्त कार्रवाई के माध्यम से जहाज पर सवार सभी 35 समुद्री लुटेरों को घेर लिया था और उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर कर दिया था। 16मार्च की शाम को बिना किसी चोट के समुद्री डाकू जहाज से 17 चालक दल के सदस्यों को भी सुरक्षित बचा लिया गया था।
अदन की खाड़ी और अरब सागर में भारतीय नौसेना द्वारा एंटी ड्रोन, एंटी मिसाइल और एंटी पाइरेसी ऑपरेशन के 100 दिन पूरे होने पर नौसेना ने मिशन की जानकारी साझा की। नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने बताया कि, अलग - अलग मिशन के जरिये अब तक 35 सोमाली समुद्री लुटेरों को पकड़ा गया है और 110 लोगों की बचाई जान बचाई गई है। बचाए गए लोगों में 27 पाकिस्तानी और 30 ईरानी नागरिक शामिल थे। नौसेना प्रमुख ने कहा कि, पिछले 10 सालों में यह पहली बार है कि, इतनी बड़ी संख्या में समुद्री लुटेरे पकड़े गए हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें।
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