महाराष्ट्र और गुजरात स्थापना दिवस आज, 64 साल पहले अलग नहीं थे ये राज्य

1 मई 1960 को बॉम्बे प्रेसिडेंसी से अलग होकर भाषाई आधार पर महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों की स्थापना हुई थी।
महाराष्ट्र और गुजरात स्थापना दिवस आज
महाराष्ट्र और गुजरात स्थापना दिवस आजRaj Express
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Shreya N
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हाइलाइट्स:

  • बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम पारित कर बनाए गुजरात और महाराष्ट्र राज्य।

  • पीएम मोदी ने गुजराती और मराठी भाषा में दी पीएम मोदी को बधाई।

राज एक्सप्रेस। 1 मई को भारत के दो प्रमुख राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात का स्थापना दिवस मनाया जाता है। आज से 64 साल पहले, 1 मई 1960 को इन दोनों राज्यों का भाषाई आधार पर विभाजन हुआ था। 1947 में आजादी के बाद कई छोटी रियासतें बॉम्बे प्रेसिडेंसी में मिल गई। गुजरात और महाराष्ट्र तब बॉम्बे प्रांत का ही हिस्सा थे।

बॉम्बे प्रेसिडेंसी में दो अलग-अलग भाषाओं (मराठी और गुजराती) के आधार पर विभाजन की मांग होने लगी। अलग राज्य को लेकर संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन और महागुजरात आंदोलन चला। इसके बाद, तब के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने बॉम्बे प्रांत को महाराष्ट्र और गुजरात दो अलग-अलग राज्यों में बांटने का फैसला किया। इसके लिए भारत की संसद में बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम को पारित किया गया। 

पीएम ने दी बधाई

गुजरात और महाराष्ट्र के स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों राज्यों के लोगों को बधाइयां दी। पीएम ने गुजराती और मराठी में प्रदेशवासियों को बधाई दी। महाराष्ट्र के लोगों को बधाई देते हुए पीएम ने लिखा- “महाराष्ट्र राज्य दिवस इस भूमि की गौरवशाली विरासत और अदम्य भावना का जश्न मनाने के बारे में है, जिसने महान दूरदर्शी पैदा किए हैं और सांस्कृतिक समृद्धि से जुड़े हैं। महाराष्ट्र परंपरा, प्रगति और एकता के प्रतीक के रूप में खड़ा है। हम महाराष्ट्र की प्रगति के लिए काम करते रहने की अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि करते हैं। महाराष्ट्र के लोगों को मेरा नमस्कार।”

वहीं गुजरात के लोगों को बधाई देते हुए पीएम ने कहा- “गुजरात के राज्यत्व दिवस के इस शुभ अवसर पर, हम गुजरात के लोगों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, उल्लेखनीय उपलब्धियों और जीवंत भावना को याद करते हैं। राज्य उद्यमिता, लचीलेपन और समावेशी विकास के अपने लोकाचार के साथ समृद्ध, समृद्ध और पीढ़ियों को प्रेरित करता रहे। गुजरात के लोगों को मेरी शुभकामनाएं।”

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