मुरैना। एमपी सिविल जज परीक्षा में मुरैना के किसान की बेटी और शिक्षक के बेटे ने सफलता हासिल की। यहां किसान की बेटी ने सिविल जज बनने के लिए अपना गांव छोड़ा दिया, वहीं एक शिक्षक के बेटे की जिद ने उसे मुकाम तक पहुंच दिया।
जानकारी के अनुसार मुरैना के गड़ीपुरा के किसान की बेटी और एक शिक्षक के बेटे ने सिविल जज बनकर परिवार के साथ ही मुरैना जिले का नाम रोशन किया है । किसान गजराज सिंह धाकड़ की पुत्री अवनी धाकड़ ने सिविल जज की परीक्षा पास की है तो वहीं मुरैना के अंबाह तहसील में रहने वाले निजी स्कूल शिक्षक के पुत्र विनय शर्मा ने भी अपनी जिद से यह मुकाम हासिल कर लिया है।
गढ़ी पुरा निवासी अवनी के पिता किसान हैं। बेटी में कुछ कर गुजरने की ललक थी। किसान पिता ने बेटी की इच्छा का सम्मान किया और बेटी को अपनी आंखों से दूर पढ़ने के लिए भेज दिया। बेटी ने भी उनकी उम्मीद नहीं तोड़ी और गांव से दूर शहर जाकर कड़ी मेहनत की और सिविल जज बन कर दिखाया।
मुरैना की अंबाह तहसील निवासी विनय शर्मा के पिता का कहना है कि मैंने अपने पुत्र को टूटते हुए देखा था, क्योंकि वह इस परीक्षा से पहले 4 बार परीक्षा दे चुका था, लेकिन सफलता नहीं मिली। बावजूद इसके विनय ने जिद नहीं छोड़ी और इसी का परिणाम है कि आज मेरा बेटा सिविल जज की कुर्सी पर बैठने जा रहा है. बेटे की सफलता में पिता का भी पूरा सहयोग रहा। उन्होंने बेटे के सपने को टूटने नहीं दिया और लगातार कहते रहे कि इस बार जरूर सफलता मिलेगी, आस नहीं छोड़ो। वही हुआ, बेटे ने हार नहीं मानी और वह इस मुकाम पर पहुंच गया।
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