भोपाल, मध्य प्रदेश। आज यानी 12 जून को अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है। पूरी दुनिया एक बार फिर इसे लेकर एकजुट है। इस मौके पर अलग-अलग देशों की सरकारें और उनके नीति-निर्माता बाल मजदूरी की स्थिति का आकलन करते हैं। विश्व बाल श्रम निषेध दिवस का उद्देश्य बाल श्रम के खिलाफ बढ़ते विश्वव्यापी आंदोलन के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करना है। वहीं, इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए एक संदेश दिया है।
शिवराज सिंह चौहान ने कही यह बात:
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा कि, "खुशहाल व शिक्षित बचपन से ही समृद्ध और सशक्त राष्ट्र बनेगा। किसी मासूम की मुस्कान व किताबें न छिने और खेलने की उम्र में पसीना न बहाना पड़े; तभी हमारे जीवन की सार्थकता है। आइये,विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर संकल्प लें कि किसी बच्चे के बचपन को बालश्रम के अंधेरों में न घिरने देंगे।"
विश्वास सारंग ने कही यह बात:
वहीं, मंत्री विश्वास सारंग ने ट्वीट करते हुए कहा कि, "बच्चे देश के सुनहरे भविष्य एवं समाज की अमूल्य निधि हैं, जिनका सरंक्षण और संवर्धन हम सबकी ज़िम्मेदारी है। विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर हमारे भविष्य की आशाओं और आकांक्षाओं का आधार बच्चों को बालश्रम के बंधनों से मुक्ति दिलाने के लिए संकल्पित रहेंगे।"
कबसे शुरू हुआ अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस मनाने का सिलसिला:
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने 2002 में बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस की शुरुआत की। तब से, इस आयोजन ने गति पकड़ ली है और अब दुनिया भर में सालाना मनाया जाता है। इसका उद्देश्य बाल श्रम के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करना और इसका प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के प्रयासों को जुटाना है। इस दिन का निरंतर पालन इस महत्वपूर्ण मुद्दे को संबोधित करने और बाल श्रम से मुक्त दुनिया की दिशा में काम करने के लिए विभिन्न हितधारकों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।