हाइलाइट्स :
शिक्षिका ने अपनी मां विद्या के नाम पर शुरू की विद्या विज्ञान प्रयोगशाला।
प्रयोगशाला में भौतिकी, रसायन और खगोल विज्ञान का दिया जाएगा ज्ञान।
आदिवासी क्षेत्र में बच्चों के लिए स्थापित की गई है आधुनिक प्रयोगशाला।
भोपाल। विज्ञान को समझने के लिए प्रयोगशाला का होना आवश्यक है। विज्ञान की समझ से ही मानव जाति का विकास संभव है। इसी उद्देश्य के साथ सरकारी स्कूल की एक शिक्षिका ने अपने खर्चे से आधुनिक प्रयोगशाला स्थापित की। इस प्रयोगशाला में बच्चे लगभग सभी प्रकार के विज्ञान को कई माध्यमों से समझेंगे। यह प्रयोगशाला नर्मदापुरम के सरकारी हायर सेकेण्डरी स्कूल सांडिया में राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त शिक्षिका सारिका घारू ने शुरू किया है।
सरकारी हायर सेकेण्डरी स्कूल सांडिया में स्थापित प्रयोगशाला में न केवल स्कूल के बच्चे बल्कि आसपास के गांव में रहने वाले अन्य बच्चे विज्ञान से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इस प्रयोगशाला में पर्यावरण एवं जीव विज्ञान, रसायन, भौतिकी और विशेष तौर पर खगोल विज्ञान को समझाया जाएगा।
मां के नाम पर प्रयोगशाला :
स्कूल में पदस्थ शिक्षिका सारिका घारू ने अपनी मां विद्या के नाम पर प्रयोगशाला का नामकरण किया। उनकी मां का हल ही में स्वर्गवास हो गया। सारिका की मां की वैज्ञानिक सोच के चलते उन्होंने बच्चों में विज्ञान की समझ बढ़ाने के लिए उनके नाम पर प्रयोगशाला शुरू की।
प्रयोगशाला स्थापित करना प्रेरणास्पद :
एक कमरे में शुरू हुई इस प्रयोगशाला के संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र के निदेशक धनराजू एस ने कहा कि, प्रयोगशाला को स्थापित करने का कदम काफी प्रेरणास्पद है। प्रयोगशाला का लाभ ग्रामीण बच्चों को मिलेगा।
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