बीयू में कुलपति ने औचक निरीक्षण में पाई कमियां, जताई नाराजगी सुधार के दिए निर्देश
भोपाल,मध्य प्रदेश । बीयू में नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (नैक) का दौरा टलने से विभाग के अधिकारी कर्मचारी एक बार फिर से अपने पुराने ढर्रे पर चलते नजर आ रहे हैं। किसी विभाग में सफाई नहीं है तो कहीं फर्नीचर का ढेर लगा हुआ है। किसी विभाग में पर्याप्त रौशनी नहीं है तो कहीं टीचर नहीं है और कहीं एक विद्यार्थी क्लास में बैठा है। विवि की ये सारी कमियां कुलपति के औचक निरीक्षण के दौरान पाई गई, जिसे देख कुलपति ने नाराजगी जताई। उन्होंने विभाध्यक्षों को कमियां गिनाते हुए, समस्याओं और कमियों को तत्काल सुधार के निर्देश दिए।
दरअसल, बीयू 1 से 3 मार्च तक नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (नैक) टीम का निरीक्षण होना था, लेकिन अब यह तारीख बदलकर 26 से 28 मार्च हो गई है। नैक टीम की निरीक्षण करने वाली टीम(पियर) के आने की सूचना मिलने के बाद ही पिछले कुछ महीनों से यहां हलचल बढ़ गई थी। लेकिन अब तारीख टलने पर विवि के विभाग अपने पुराने रवैये पर लौट आए हैं। यह बात कुलपति प्रो.एसके जैन के औचक निरीक्षण में सामने आई। कुलपति ने विवि गत दो तीन दिनों में समाज शास्त्र विभाग, अरेबिक लेंग्वेज, कॉमर्स, साइकोलॉजी, महिला अध्ययन सहित अन्य विभागों में अचानक पहुंच गए। कुलपति को अचानक सामने देख अधिकारी कर्मचारी समझ नहीं पाए कि क्या करें। कुलपति ने विभागों में गंदगी देख संबंधित को फटकार लगाई। कक्षों में अंधेरा देख बिजली इंजीनियर को बुलाकर समझाइश दी गई। डंप फर्नीचर को साफ कर क्लासों में जमाने के निर्देश दिए और कक्षाओं व संसाधनों में समुचित उपयोग किए जाने के आदेश दिए।
बता दें कि विवि का सात साल बाद निरीक्षण होने जा रहा है और विवि को अभी 2.50 सीजीपीए, बी ग्रेड प्राप्त है। अपने तेज तर्रार स्वभाव के लिए जाने जाने वाले नवनियुक्त कुलपति प्रो. एसके जैन विवि को नैक में ए पल्स ग्रेड दिलाना चाहते हैं। विवि में 1 मार्च से होने वाले नैक निरीक्षण को देखते हुए वह सभी विभागों में स्वयं जा-जाकर मुआयना कर रहे थे। विभागों का औचक निरीक्षण कर प्राप्त कमियों को चिन्हित कर अंतिम चरण में सुधार के लिए हर जरूरी कदम उठा रहे थे। विवि के अधिकारियों कर्मचारियों ने बताया कि वे निरीक्षण के दौरान विभागाध्यक्षों को अच्छे प्रयासों के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। साथ ही कमियों को जल्द सुधारने के लिए जरुरत अनुसार निर्देशित करने के साथ डांट भी रहे थे। बीयू में आलम यह था कि कुलपति को सक्रिय देख विभागों में भी गतिविधियां तेज गई थी। लेकिन तारीख बढ़ने पर विभाग एक बार फिर से ढील बरतने लगे थे।अब कुलपति को सक्रिय देख विभाग में फिर से हलचल बढ़ गई है। ऐसे में यह स्पष्ट है कि नैक की टीम बीयू को भले ही कोई ग्रेड दे,लेकिन पहले के मुकाबले स्थिती में सुधार होगा। जिसका निश्चित तौर विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा ।
नैक निरीक्षण से पहले विवि स्तर पर हुए निरीक्षण
विवि के कुलपति ने एक बार स्वयं टीम गठित कर आंतरिक स्तर पर विवि का मूल्यांकन कराया था। इस टीम ने विवि के सभी विभागों का निरीक्षण कर विवि की कमियों को बताया था, ताकि उनमें सुधार किया जा सके। इस निरीक्षण के बाद 26 दिसंबर को राजभवन की ओर से एक टीम को बुलाया गयाा था, जिसने अपने स्तर पर परख कर विवि को नैक में ए ग्रेड प्राप्त करने के लिए और क्या करने की जरुरत है, यह बताया था। अब नैक की तारीख निश्चित होने पर बीयू के कुलपति ने खुद कमान संभाल ली है। इसलिए वह परिसर के चारों और चक्कर लगाकर व्यवस्थाएं सुधारने में लगे हैं। अब कुलपति के स्वयं की भागीदारी बढऩे से विवि के अन्य अधिकारी कर्मचारी भी नहीं चाहेंगे कि कमियों का ठीकरा उनके सर फूटे इसलिए अब अंतिम चरण में अपने स्तर पर सुधार में जुट गए हैं।
इनका कहना है
नैक की तारीख नजदीक है। विभागों को कमियों में सुधार करने के निर्देश दिए गए हैं।
-प्रो. एसके जैन, कुलपति बीयू
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