गुना जिला अस्पताल में मरीज की मौत के बाद हंगामा, परिजनों ने कहा- डॉक्टर की लापरवाही से हुई मौत
Negligence in Guna District Hospital: मध्यप्रदेश के गुना जिला अस्पताल से घटना सामने आई है जिसमें डॉक्टरों पर लापरवाही से इलाज करने का आरोप लगाया जा रहा है। पेट दर्द की शिकायत पर केला खाने से एक युवक की मौत हो गई। जिसमें मृतक युवक के परिजनों ने पूरे जिला अस्पताल में हंगामा मचा दिया है। परिजनों ने कहा कि, युवक की मौत डॉक्टर की लापरवाही से हुई है।
यह है पूरा मामला :
गुना जिला अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिवार ने हंगामा कर दिया। राजस्थान के रहने वाले राजकुमार मेहता (22) गुना के एक कोल्ड स्टोरेज में काम करते थे। गुरुवार रात उन्हें पेट दर्द की शिकायत हुई। उनके भाई उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। शुक्रवार सुबह 7.30 बजे तक तबीयत ठीक थी। परिवार का कहना है कि इसी दौरान ऑन ड्यूटी डॉक्टर के कहने पर हमने राजकुमार को खाने में केला दे दे दिया। इसके बाद उल्टियां होना शुरू हो गईं और मृतक युवकबेहोश हो गए। सुबह 8.30 बजे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिवार का आरोप है कि डॉक्टरों ने उन्हें रिपोर्ट तक नहीं दी। क्या ट्रीटमेंट किया, यह भी नहीं बताया। डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की मौत हुई है।
इससे पहले मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर के जिला अस्पताल में भी मरीजों के स्वस्थ्य से खेल हो रहा था। कंपाउंड सोडियम लेक्टेट इंजेक्शन टेस्टिंग में फेल हो गया थाजिसके बाद जिला अस्पताल ने इंजेक्शन का इस्तेमाल करने पर रोक लगाई थी। इसके बाद भी मरीजों को इंजेक्शन का IP फ्लूड इंजेक्शन लगाया जा रहा था, जिसके लगाते ही मरीज को बुखार आने लगा था। करीब 5 हजार IP इंजेक्शंस फ्लूड की जिला अस्पताल में सप्लाई हुई थी। यह इंजेक्शन स्टेट लेबोरेटरी और कोलकाता स्थित सेंटर लैब में भी सैंपल फेल हुए थे। इन इंजेक्शनों को धार स्थित आइविस ड्रग्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा सप्लाई किया गया था। शिकायत के बाद अस्पताल में कंपनी के IP इंजेक्शन की सप्लाई बंद की गई।
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