बीना रिफाइनरी अस्पताल का अनोखा इलाज, पेट दर्द पर लगाया एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन
बीना रिफाइनरी प्रबंधन द्वारा संचालित विवेकानंद बीओआरएल अस्पताल में पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंचे एक बच्चे को वहां के चिकित्सकों द्वारा एंटी स्नेक वेनम के एक साथ 5 डोज दिए जाने से उसकी हालत बिगड़ गई। सिविल अस्पताल से उस बच्चे को सागर रिफर किया गया है। बच्चे की हालत देखकर माता-पिता सहित ग्रामीणों ने पूर्व जनपद अध्यक्ष इंदर सिंह ठाकुर के नेतृत्व में रिफाइनरी अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध प्रदर्शन किया।
बीना, मध्यप्रदेश। बीओआरएल विवेकानंद अस्पताल में इलाज के दौरान मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे एक बच्चे की तेजी से हालत बिगड़ गई है। इसके चलते डॉक्टर ने बच्चे को सिविल अस्पताल बीना रेफर कर दिया। सरकारी अस्पताल में परिजनों ने हंगामा करते हुए वीके बीओआरएल अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उनका आरोप है कि बच्चे को पेट और सीने में दर्द होने से कारण अस्पताल में भर्ती किया था, लेकिन डॉक्टरों ने बच्चे को सांप काटने वाले पांच इंजेक्शन लगा दिए, इससे बच्चे की तबियत बिगड़ गई।
माता-पिता ने लगाए बीओआरएल अस्पताल पर गंभीर आरोप :
सरकारी अस्पताल में बच्चे को लेकर पहुंचे ग्राम धनोरापुरा निवासी भीकम अहिरवार ने बताया कि उनके 12 साल के बेटे हरिओम के पेट और सीने में दर्द हो रहा था। इलाज के लिए उन्होंने सोमवार सुबह अपने बच्चे को बीओआरएल अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान मंगलवार दोपहर सुबह करीब 11 बजे बच्चे की हालत तेजी से बिगडऩे लगी। उन्होंने डॉक्टर से बात की उन्होंने कह दिया कि यहां जो इलाज संभव था हमने कर दिया है। अब बच्चे को इलाज के लिए बाहर ले जाना पड़ेगा। अस्पताल की एम्बुलेंस से उन्होंने बच्चे को सरकारी अस्पताल रेफर कर दिया है।
जब सांप ने काटा ही नहीं तो क्यों लगा दिए एंटी स्नेक इंजेक्शन :
सरकारी अस्पताल में इलाज के दौरान उन्हें पता चला कि उनके बच्चे को एंटी स्नेक वेनम लगाए गए हैं। बच्चे के पिता ने कहा कि बेटे को सांप ने काटा ही नहीं तो सांप के काटने वाले इंजेक्शन क्यों लगाए गए। यह बात उन्होंने अपने परिजनों और रिश्तेदारों को बतायी। कुछ देर बाद सरकारी अस्पताल में भी रिश्तेदारों की भीड़ जमा हो गई और बीओआरएल अस्पताल के डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। लेकिन डॉक्टर ने घर वालों को समझाते हुए पहले बच्चे का इलाज करने की सलाह देते हुए हंगामा शांत कराया। इसके अलावा उन्होंने बीओआरएल हॉस्पिटल के अधिकारियों से फोन पर इस मामले में चर्चा की।
कांग्रेस नेता इंदर सिंह ने दी चक्काजाम की चेतावनी :
पेट दर्द में एंटी स्नेक वेनम लगाने की खबर मिलते ही पूर्व जनपद अध्यक्ष इंदर सिंह अस्पताल पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा बच्चे के माता-पिता ने सांप काटने की घटना का जिक्र ही नहीं किया, बावजूद इसके बच्चे डॉक्टर ने पांच एंटी स्नेक वेनम लगा दिए। इलाज में यह डॉक्टरों की गंभीर लापरवाही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि बच्चे को कुछ हुआ तो वह उग्र प्रदर्शन करते हुए शहर में चक्का जाम कर देंगे।
ब्लॉक मेडिकल अधिकारी या रिफाइनरी के गुलाम :
बीना क्षेत्र की यह विडंबना है कि यहां जो भी अधिकारी आता है वह बीना रिफाइनरी का गुलाम बन जाता है। यही हाल बीना के ब्लॉक मेडिकल अधिकारी डॉ. संजीव अग्रवाल के हैं। ये महोदय रिफाइनरी प्रबंधन और उसके द्वारा संचालित अस्पताल प्रबंधन की लल्लो चप्पो करते हुए इस गंभीर घटना का आरोप बच्चे की मां पर लगा रहे हैं। उनका कहना है कि बीओआरएल अस्पताल में मेरी बात हुई है। उन्होंने बताया है कि बच्चे की मां ने डॉक्टर को बताया था कि बच्चा खेत पर गया था, इसी दौरान किसी कीड़े ने काट लिया है। इसके बाद से बच्चे की तबियत बिगड़ी जा रही है। डॉक्टर ने मां के बताने के बाद ही इलाज शुरू किया था, डॉक्टर ने अपने मन से एंटी स्नेक वेनम का डोज नहीं दिया है। साधारण सी बात है कि गलत इलाज देने के बाद रिफाइनरी अस्पताल के डॉक्टर अपनी गलती क्यों मानेंगे? बच्चे की मां का कहना है कि उसने डॉक्टर से ऐसा कुछ भी नहीं कहा। गौरतलब है कि बच्चे की बॉडी पर कहीं कोई सांप के काटने का निशान तो संबंधित डॉक्टर को देखना चाहिए था या उसमें सांप के काटने के कुछ लक्षण दिखाई देने चाहिए थे। कुल मिलाकर बीओआरएल अस्पताल के घटिया इलाज का बचाव करने वाले ब्लॉक मेडिकल अधिकारी ऐसा क्यों कर रहे हैं, इस बात को लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं।
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