उज्जैन, मध्यप्रदेश। उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर (Ujjain Mahakal Temple) भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, यह मध्यप्रदेश राज्य के उज्जैन नगर में स्थित, महाकालेश्वर भगवान का प्रमुख मंदिर है, साथ ही भस्म आरती की परम्परा के चलते इसका महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। महाकालेश्वर भगवान की भस्मारती में देशभर से श्रद्धालु आते हैं। इस बीच आज से मंदिर की प्रबंध समिति ने भस्म आरती दर्शन लाभ लेने वाले श्रद्धालुओं के लिए नई व्यवस्था शुरू की है।
मंदिर समिति द्वारा यह नई व्यवस्था :
मिली जानकारी के मुताबिक उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर की प्रबंध समिति ने अल्पाहार की नई व्यवस्था शुरू की है। उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को अब अल्पाहार भी मिलेगा, आरती के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में नाश्ता दिया जाएगा, जिसमें भक्तों को चाय, पोहा तो कभी खिचड़ी दी जाएगी।
आज (शुक्रवार) से श्रद्धालुओं के लिए अल्पाहार की नई व्यवस्था शुरू कर दी है।
सुबह 6 बजे से टोकन सिस्टम से अन्न क्षेत्र में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं को दिया गया चाय-पोहा।
महाकाल मंदिर समिति के सहायक प्रशासक ने बताया कि पहले दिन 35 किलो पोहा और 50 लीटर दूध की चाय बनाई गई। इसमें करीब 15 हजार का खर्चा आया। बताते चलें कि, मंदिर समिति द्वारा यह नई व्यवस्था 28 अप्रैल से शुरू होनी थी, लेकिन गुरुवार से पोहा-चाय की व्यवस्था शुरू नहीं हो पाई थी, इसलिए शुक्रवार से मंदिर समिति ने इस नई व्यवस्था शुरू की।
मंदिर समिति के प्रशासक ने बताया-
मंदिर समिति के प्रशासक ने बताया- महाकाल मंदिर में सुबह 4 से 6 बजे तक भस्म आरती होती है, जिसमें देशभर से श्रद्धालु शामिल होने के लिए आते हैं। इनमें कई श्रद्धालु तो एक दिन पहले ही देर रात मंदिर पहुंच जाते हैं। देर रात से मंदिर आने वाले श्रद्धालु भस्म आरती दर्शन के लिए सुबह तक मंदिर में भूखे-प्यासे ही बैठते हैं। इसी वजह से मंदिर समिति ने भस्म आरती में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अल्पाहार की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है।
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