भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सहजता, सरलता उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाती है। चार बार का मुख्यमंत्री इतना विनम्र हो जाए कि कोई भी उनसे अपनी मन की बात बिना संकोच कह सके, यह केवल शिवराज सिंह चौहान ही हो सकते हैं। ऐसे एक उदाहरण नहीं अनेक हैं। ताजा मामला सोमवार का है, जब विधानसभा सत्र में शामिल होने के ठीक पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता उमा भारती के सरकारी निवास पर पहुंचे।
नई शराब नीति जारी होने के बाद पहली बारी श्री चौहान पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती से मिलने उनके घर पहुंचे थे। श्री चौहान के आगमन को लेकर उमा भारती ने प्रसन्नता व्यक्त की और उन्होंने खुले मन से मुख्यमंत्री श्री चौहान का पुष्प माला भेंट कर स्वागत किया। साध्वी के तौर पर आशीर्वाद स्वरूप पुष्प वर्षा की। दोनों के बीच लगभग 15 मिनट नई शराब नीति से लेकर मध्यप्रदेश में चल रहे वर्तमान हालातों पर बातचीत हुई।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अक्सर शिवराज सिंह चौहान को अपना बड़ा भाई बताती हैं। सोमवार को जब उमा भारती के निवास पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे तो उन्होंने सहज भाव से भाई होने के नाते उमा दीदी के पैर छुए और उसी भाव से उमा दीदी ने भी शिवराज भइया को आशीष दिया।
राजनीति में एक दूसरे पर कटाक्ष करना और मौका मिलने पर जुबानी हमला करने से नेता पीछे नहीं हटते हैं भले ही वह एक राजनैतिक दल में ही क्यों न हो। गुटबाजी के चलते नेता अपने ही साथियों के लिए मुशकिलें खड़ीं करते रहते हैं। राजनीति में सद्भाव, विनम्रता, सहजता, सरलता, साफ मन जैसे भावों का कोई स्थान नहीं है। लेकिन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उमा भारती को अपवाद कहा जा सकता है। दोनों ही कई मौकों पर अपने भावों को प्रकट करते रहते हैं। इस तरह के दृश्य राजनीति में आम नहीं है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने मुलाकात के बाद कहा कि नई आबकारी नीति के बाद पहली बार शिवराज जी के मेरे घर आगमन पर उनका स्वागत सत्कार किया।आबकारी नीति में मध्यप्रदेश पूरे देश में मॉडल स्टेट बन गया है। इसके लिए नारी शक्ति की तरफ से उनका अभिनंदन किया।
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