MP में चुनाव से पहले बड़ा धमाका करने की तैयारी में थे आतंकी , जमा कर रहे थे बारूद - NIA की पूछताछ में खुलासा
भोपाल ( गुरेंद्र अग्निहोत्री )। अंतर्राष्ट्रीय कट्टरपंथी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) के आतंकी विधानसभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश में बड़ा धमाका करने की तैयारी में थे। इसके लिए गोला-बारूद एकत्रित करना शुरू कर दिया था। आतंकियों को यह टारगेट विदेशों में बैठे आकाओं ने दिया था। यह खुलासा खुद आतंकियों ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की पूछताछ में किया है
मध्यप्रदेश के आतकंवाद निरोधी दस्ता (MP ATS) ने भोपाल से दस, छिंदवाड़ा से एक और हैदराबाद से पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से एटीएस ने उनसे लंबी पूछताछ की थी। मामला गंभीर होने के कारण प्रकरण जांच के लिए एनआईए को सौंप दिया गया है। अब मामले की जांच एनआईए कर रही है। एनआईए ने अदालत में अर्जी दाखिल कर भोपाल जेल में बंद पांच आतंकियों को रिमांड पर लिया था।
उन्होंने एनआईए की पूछताछ में कई अहम और गंभीर खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि धमाका करने के लिए सभी को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई थी। उनकी अहम जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी मिलने के बाद एनआईए ने जेल में बंद एचयूटी के छह और आतंकियों को रिमांड पर लिया है। पहले की पूछताछ में जो जानकारी आतंकियों ने दी थी, उसके बारे में उनके नए साथियों से पूछताछ होना है।
जांच से जुड़े अफसरों का कहना है कि अगर दोनों की जानकारियों में अंतर आएगा, तब उनका आमना-सामना कराया जाएगा। अभी दोनों को ग्रुपों को अलग-अलग रखा गया है और उनसे पूछताछ भी अलग-अलग की जा रही है। आतंकियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि एमपी को दहलाने की उनकी बड़ी साजिश थी और उस पर गोपनीय तरीके से काम चल रहा था। उनकी तैयारी कई स्थानों पर सिलसिले बार बम धमाका करने की थी। पूरी रूप-रेखा विदेश में बैठे उनके आकाओं ने किया था, लेकिन उनकी योजना हैदराबाद के सलीम खान और भोपाल के यासिर खान के जरिए मैदान में उतारने की थी।
इसको लेकर कई स्थानों की रेकी भी कर चुके थे। इनमें भोपाल का मोतीलाल नेहरू स्टेडियम और रानी कमलापति स्टेशन शामिल है। इसको लेकर उन्होंने गोला-बारूद एकत्रित करना भी शुरू कर दिया था। भोपाल से पकड़े गए कोचिंग संचालक सैयद सामी रिजवी के पास से कुछ फाइलें हाथ लगी थीं। उन फाइलों में आतंकियों की पूरी योजना दर्ज है। जांच से जुड़े अफसरों की माने तो फाइल में उन लोगों का भी नाम है, जो कोचिंग में पढऩे आए थे और बाद में वे संगठन के माइंड वाश करने की वजह से एचयूटी से जुड़ गए थे। अफसरों की माने तो ऐसे लोगों की गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। जरूरत पडऩे पर उनसे भी पूछताछ की जाएगी।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।