सिंगरौली, मध्यप्रदेश। सोमवार को भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) में आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत शीर्ष प्रबंधन सहित सभी एनसीएल कर्मियों, संविदा कर्मियों, महिला कर्मियों, गृहिणियों और स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए एक साल के मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम 'उमंग' की शुरूआत की गई।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित सीएमडी एनसीएल प्रभात कुमार सिन्हा ने कार्मिक विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि तनाव मुक्त जीवन के लिए मानसिक स्वास्थ्य की बेहतरी बेहद आवश्यक है। सिन्हा ने कहा कि शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ तथा खुशहाल टीम बड़े से बड़े लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकती है, और टीम एनसीएल ने बार बार यह साबित करके दिखाया है | सिन्हा ने आह्वान किया कि कार्यालयीन कार्यों को करते हुए खेल, योग, ध्यान व व्यायाम को अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करें और विश्वास जताया कि प्रोजेक्ट उमंग के माध्यम से कर्मियों व उनके परिजनों के शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक स्वास्थ्य की बेहतरी का मार्ग प्रशस्त होगा।
इस दौरान उपस्थित निदेशक (वित्त एवम कार्मिक) आर. एन. दुबे ने कहा कि एनसीएल अपने कर्मियों , संविदा कर्मियों एवम उनके परिजनों के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बेहद संवेदनशील है। श्री दुबे ने कहा कि प्रोजेक्ट उमंग के तहत आयोजित गतिविधियों के माध्यम से शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक स्वास्थ्य बेहतर होगा जिससे हम बड़ी से बड़ी चुनौतियों का आसानी से सामना कर राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करते रहेंगे।
कार्यक्रम के दौरान एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन) डॉ. अनिंद्य सिन्हा ने कहा कि वर्तमान समय में शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना बेहद अहम है और तेज़ी से बदलती जीवनचर्या के चलते मानसिक स्वास्थ्य एक बड़ी चुनौती बन कर उभरी है।
डॉ. सिन्हा ने कहा कि हर उम्र में तनाव के बढ़ते मामले एक चिंता का विषय है। कोयला खनन उद्योग में कर्मी बड़ी-बड़ी मशीनों का संचालन करते हैं इस लिए उनका तनाव मुक्त रहना बेहद आवश्यक है और इसलिए एनसीएल ने अपने कर्मियों एवं उनके परिजनों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए उमंग की शुरुआत की है।
इनकी रही उपस्थिति :
इस अवसर पर कम्पनी के निदेशक (तकनीकी/संचालन) डॉ. अनिंद्य सिन्हा, निदेशक (वित्त एवम कार्मिक) आर. एन. दुबे, कम्पनी जे. सी. सी के सम्मानित सदस्यगण,अधिकारी संघ के प्रतिनिधि, कृति महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती संगीता सिन्हा, उपाध्यक्षा श्रीमती सुचंद्रा सिन्हा एवम श्रीमती लक्ष्मी दुबे, क्षेत्रीय महाप्रबंधक गण, मुख्यालय के विभागाध्यक्ष, वाराणसी से प्रो संजय सक्सेना, बीएचयू, वाराणसी से मनोविज्ञान विभाग से प्रोफेसर उर्मिला श्रीवास्तव तथा प्रोफेसर पूर्णिमा अवस्थी बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। साथ ही बड़ी संख्या में एनसीएल कर्मी उपस्थित रहे।
प्रोजेक्ट 'उमंग' के तहत अगले एक साल तक मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक कल्याण को समर्पित अनेक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा जिससे कर्मियों की उत्पादकता में वृधि के साथ ही कंपनी में शून्य दुर्घटना के लक्ष्य को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।
प्रोजेक्ट उमंग को सफल बनाने के लिए के लिए विषय विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी और साथ ही कंपनी के भीतर से मानसिक स्वास्थ्य चैंपियंस की एक बड़ी टीम विकसित की जाएगी। यह टीम सामाजिक संवाद, शारीरिक व खेल गतिविधियों, मानसिक स्वास्थ्य पर टॉक शो, भाषण, वीडियो और ट्यूटोरियल के माध्यम से लोगों को जागरूक करेगी।
साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर बैनर, होर्डिंग, लीफ्लेट व सोशल मीडिया इत्यादि के माध्यम से भी वृहद स्तर पर लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के विषय में जागरूक किया जाएगा।
कार्यक्रम की शुरुआत में महाप्रबंधक(कार्मिक)चार्ल्स जुस्टर ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व, प्रोजेक्ट उमंग को शुरू करने के वृहद उद्देश्य व इसे सफलतापूर्वक पूरा करने की योजना पर विस्तार से प्रकाश डाला।
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