राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश के सिंगरौली अंचल सिंगरौली तापीय विद्युत संयंत्रों के संचालन और एनसीएल परियोजनाओं से निकलने वाले कोयले के संबंध में अहम भूमिका निभा रहा है ।दूसरी ओर कोयले के परिवहन से जिले में आये दिन दुर्घटनाओं व प्रदूषण की मार से जिलेवासियों को दो चार होना पड़ रहा है । इन सब के मद्देनजर जिला प्रशासन ने कार्यवाही का मन बना लिया है, जिले के कलेक्टर व पुलिस कप्तान ने कड़ा रुख अपनाते हुए दिशा निर्देश जारी किये हैं।
संबंधित अधिकारियों हुई बैठक
कलेक्टर श्री केवीएस चौधरी के द्वारा कोल परिवहन से हो रहे प्रदूषण के साथ दुर्घटनाओ में लगाम लगाने हेतु विगत दिवस एनसीएल जयंत के महाप्रबंधक कर्यालय स्थित सभागार में एनसीएल प्रबंधन सहित विभिन्न औद्योगिक कंम्पनियों, ट्रान्सपोर्टरों की बैठक आयोजित कर आवश्यक निर्देश दिये गये।
दुर्घटनाओं और प्रदूषण पर दिशा-निर्देश
कलेक्टर श्री चौधरी के द्वारा सर्वप्रथम कोयलार्ड वाहनो के रूट चार्ट के साथ-साथ कोल साईडिंग की विस्तृत जानकारी लेने के पश्चात चार बिंदुओ पर चर्चा की गई। जिसमें कहा गया कि सभी कोल परिवहन करने वाले वाहन अच्छे तिरपाल से कोयले को ढंक कर ही चलेंगे। कलेक्टर ने निर्देश दिया कि निर्धारित पार्किंग प्वाईंटो पर ही वाहनों को खड़ा किया जाये। कलेक्टर के द्वारा कोल साईडिंग की अनुमति एवं कोल वाहक वाहनों का निर्धारित रूट इन्ही चार बिंदुओ पर विस्तृत चर्चा करते हुये सार्थक पहल करने हेतु अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई।
कलेक्टर ने कहा
बैठक के दौरान कलेक्टर ने कहा कि प्राय : कोल परिवहन करने वाले वाहन प्रापर कवर से ढके हुए नहीं होते हैं, जिससे कोयला सड़क के चारो ओर फैलता रहता है। उन्होंने कहा कि अब सभी कोल परिवहन करने वाले वाहन अच्छी क्वालिटी के तिरपाल से ढके होने चाहिये अन्यथा जॉच के दौरान खुले में कोल परिवहन करने वाले वाहनो के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।
निर्धारित पार्किग पर करें वाहन पार्क
तय किये गये स्थानों में कोल परिवहन करने वाले वाहनों को खड़ा करने हेतु पार्किंग बनाई जाये। सभी वाहन उसी स्थान पर खड़े हों, अगर सड़क पर वाहन खड़े मिले तो उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया।
निर्धारित रुट पर चलें कोयला वाहन
कलेक्टर ने निर्देश दिया कि कोल परिवहन करने वाले वाहन चिन्हित किये गये रूट में ही चलें तथा अमलोरी प्रोजेक्ट से लोड होने वाले वाहन जिन्हें परमीशन दी गयी है माजन मोड़ से बधौरा के लिए जायेंगे। वाहनों को रात 12 बजे से सुबह 5 बजे तक की ही अनुमति दी जायेगी। बैठक के दौरान यह भी तथ्य सामने आया कि कुछ कोल परिवहन कर रहे वाहन बैढ़न शहर से प्रवेश कर छत्तीसगढ़ के लिए जाते हैं। इस संबंध में कलेक्टर के द्वारा गंभीरतापूर्वक निर्णय लेते हुए बैठक में ही जिला के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि किसी भी सूरत में शहर के भीतर से कोल परिवहन करने वाले वाहन ना गुजरें।
कोल साइडिंग 3 बंद करने का निर्देश :
कलेक्टर ने कहा- कि कोल साईडिंग नम्बर 3 से लोडिंग कौन कर रहा है तथा रेलवे से कौन अधिकारी आये हैं एवं कोल साईडिंग के लिए पर्यावरणीय स्वीकृत ली गई है या नहीं उक्त साईडिंग के संबंध में कोई भी जानकारी किसी ने उपलब्ध नहीं कराई जिसके फल स्वरूप कलेक्टर ने साईडिंग नम्बर तीन को तत्काल बंद करने का निर्देश दिया। साथ ही वाहनों की संख्या को कम करने के उद्देश्य से कलेक्टर ने कहा कि यूपी से निकलने वाला कोयला एमपी में नही आयेगा। जिससे कोयला परिवहन करने वाले वाहनों की संख्या कम होगी इससे दुर्घटनाओ में भी रोक लगाई जा सकेगी।
कई अधिकारी रहे मौजूद :
बैठक के दौरान कोल परिवहन करने वाले ट्रान्सपोर्टरों के भी सुझाव लिए गये। बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक, वन मण्डल अधिकारी , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक , एसडीएम, और ट्रांसपोर्टरों सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
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