भोपाल समेत पूरे सूबे में एक साथ चली काम्बिंग गश्त, 15 हजार जवान, 9500 अपराधी दबोचे
भोपाल, मध्यप्रदेश। प्रदेश में खुलेआम घूम रहे अपराधियों के लिए शनिवार-रविवार की दरमियानी रात कयामत की रात साबित हुई। राजधानी समेत प्रदेश भर के करीब 15 हजार जवान एक साथ एक ही समय पर काम्बिंग गश्त करने मैदान में उतरे और खुलेआम घूम रहे अपराधियों पर शिकंजा कस दिया। इस दौरान फरार अपराधियों, सभी स्थाई व गिरफ्तारी वारंटों की तामीली और जिला बदर अपराधियों की चैकिंग सुनिश्चित कर अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी। इसका उद्देश्य प्रदेश की जनता की सुरक्षा और शांति के साथ ही कानून व्यवस्था की सुदृढ़ता बरकरार रखना है। प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा अपराधियों की धर-पकड़ के लिए पहली बार डीजीपी सुधीर सक्सेना के निर्देश पर यह कॉम्बिंग गश्त की गई। इसमें प्रदेश के सभी जोनल एडीजी-आईजी, डीआईजी, एसपी, एसडीओपी, थाना प्रभारी तथा भोपाल और इंदौर पुलिस कमिश्नरेट के सभी अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे।
पुलिस के मुताबिक इस गश्त में 17 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया, जिसमें करीब 450 राजपत्रित पुलिस अधिकारी तथा 17 हजार से अधिक पुलिस बल सम्मिलित रहा। डीजीपी ने खुद भी रात दो बजे पुलिस आयुक्त भोपाल मकरंद देउस्कर के साथ हनुमानगंज थाना पहुंचकर कॉम्बिंग गश्त का जायजा लिया तथा रात तीन बजे सभी जोनल आईजी से बात कर उनके जिलों में कॉम्बिंग गश्त की जानकारी ली। पूरे शहर में एक साथ इतनी अधिक संख्या में पुलिसकर्मियों की उपस्थिति से जहां अपराधियों में खौफ पैदा किया है, वहीं आम लोगों को पुलिस की उपस्थिति का सुखद अहसास भी हुआ। कॉम्बिंग गश्त के लिए सभी जिला मुख्यालयों पर अधिक से अधिक पुलिस बल को एकत्रित कर सुव्यिवस्थित ब्रीफिंग की जाने वाली कार्यवाही की जानकारी देकर अलग-अलग टीम बनाकर कॉम्बिंग गश्त के लिए रवाना किया गया।
9500 अपराधी दबोचे :
पूरे प्रदेश के सभी जिलों में कॉम्बिंग गश्त के अत्यधिक उत्साहजनक परिणाम मिले है। पूरी रात में कॉम्बिंग गश्त के दौरान लगभग 9500 वारंटी व अपराधी दबोचे गए। इस प्रदेशव्यापी कॉम्बिंग गश्त के दौरान गिरफ्तारी वारंट के करीब 6000 अपराधियों, करीब 2600 स्थाई वारंटियों, करीब 100 अपराधियों, करीब 200 इनामी बदमाशों तथा करीब 1000 से अधिक अन्य अपराधी पकड़े गए। साथ ही एक हजार से ज्यादा जिलाबदर अपराधियों की चैकिंग की गई। कुछ जिलाबदर के अपराधी जिलाबदर की शर्तों का उल्लंघन करते हुए पाए गए, जिनके खिलाफ अलग से कार्यवाही की जा रही है। इस तरह की औचक कॉम्बिंग गश्त आगे भी समय-समय पर की जाती रहेगी।
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