भोपाल, मध्यप्रदेश। वैश्विक महामारी कोरोना के नए वेरिएंट की सूचना और तीसरी लहर की आशंका के बीच मध्यप्रदेश में आज सरकार ने घोषणा की कि सोमवार से सभी स्कूल 50 प्रतिशत संख्या के आधार पर खुलेंगे और बच्चों को स्कूल बुलाने के लिए अभिभावकों की अनुमति आवश्यक है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां कोरोना संबंधी स्थिति की उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा के बाद ये निर्देश दिए। उन्होंने वीडियो संदेश के जरिए कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट के अब तक भारत में पाए जाने की कोई सूचना नहीं है, लेकिन यह वेरिएंट अफ्रीका और कुछ अन्य देशों में तेजी से फैल रहा है। इसलिए मध्यप्रदेश में भी पूर्व के अनुभवों के मद्देनजर आवश्यक ऐहितयाती कदम उठाने का निर्णय लिया गया है।
श्री चौहान ने कहा कि सरकार की पूरी कोशिश है कि तीसरी लहर नहीं आने दी जाए। इसलिए लोगों से मॉस्क लगाने और सार्वजनिक स्थानों पर दूरी बनाए रखने का अनुरोध किया जा रहा है। इसके अलावा नागरिकों से कोरोना के टीके निर्धारित समय पर लगवाने का अनुरोध भी किया गया है। फिलहाल सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगाने का भी सरकार का इरादा नहीं है।
श्री चौहान ने कहा कि चूंकि 18 वर्ष के कम उम्र के बच्चों को टीके नहीं लगे हैं। इसलिए उनकी सुरक्षा के लिए अनेक आवश्यक कदम उठाए गए हैं। सोमवार से पूर्व की तरह स्कूल खुलेंगे, लेकिन कक्षाओं में विद्यार्थियों की संख्या 50 प्रतिशत तक ही रहेगी। इसके अलावा बच्चों के स्कूल आने की स्थिति में उनके अभिभावकों की स्वीकृति आवश्यक है। अभिभावकों की अनुमति के बाद ही बच्चे स्कूल आ सकेंगे। इसके अलावा ऑनलाइन क्लासेस फिर से प्रारंभ की जाएंगी।
श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के मौजूदा खतरे की आशंका के मद्देनजर सरकार ने निर्णय लिया है कि दूसरे देशों से मध्यप्रदेश आने वाले यात्रियों के संबंध में भारत सरकार के इससे जुड़े नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए। पिछले एक माह में जितने भी नागरिक अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों से यहां आए हैं। उनकी निगरानी की जाएगी। इसके अलावा संदिग्ध पाए जाने पर ऐसे लोगों को आइसोलेशन में रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के वेरिएंट के संबंध में पता लगाने के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग की संख्या भी बढ़ायी जाएगी। ताकि कोई अप्रिय स्थिति बने तो जानकारी का अभाव नहीं रहे। इसके अलावा अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए कहा गया है। ऑक्सीजन की लाइन आदि ठीक रहे, यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। अभी लगभग 58 हजार टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं और इनकी संख्या भी बढ़ाने के लिए कहा गया है। इस संबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और केंद्र सरकार के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा।
श्री चौहान ने बताया कि राज्य में अब तक पात्र लोगों में से 62.5 प्रतिशत लोगों को ही कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लगा है। एक दिसंबर को फिर से टीकाकरण महाअभियान है। उन्होंने अपील की कि जो भी पात्र हैं, वे दूसरा डोज अवश्य लगवाएं। इसके अलावा पहला डोज भी जिन्होंने नहीं लगवाया है, वे भी तय समय अनुसार दोनों टीके लगवाएं।
श्री चौहान ने कहा कि 29 दिसंबर को वे कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर और एसपी कांफ्रेंस में भी कोरोना संबंधी आवश्यक दिशा निर्देश देंगे। पूरा प्रदेश अलर्ट मोड पर रहेगा। एक दिसंबर को वे एक बार फिर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ग्राम पंचायत से लेकर शहर स्तर तक क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों से चर्चा कर आवश्यक दिशानिर्देश देंगे। यदि कोरोना की तीसरी लहर आएगी, तो हमें उससे लड़ने के लिए तैयार रहना होगा। लेकिन नागरिक पहले से ही सतर्क हो जाएं और वे कोरोना संबंधी सभी प्रोटोकॉल का पालन करें। ऐसा करने पर तीसरी लहर को रोका जा सकता है।
श्री चौहान ने कहा कि राज्य में वर्तमान में इंदौर और भोपाल में ही ज्यादा केस आ रहे हैं। इसलिए सावधानी आवश्यक है। इन दोनों स्थानों पर राज्य के विभिन्न हिस्सों से लोगों का आना जाना रहता है। इसलिए कोई भी असावधानी नहीं बरतें और सजग रहें। सरकार अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
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