रेत माफिया गढ़वा व नौडिहवा पुलिस पर भारी

सिंगरौली जिले के दूरस्थ व यूपी सीमावर्ती गढ़वा थाना क्षेत्र में रेत माफियाओं का दबदबा है। उन पर खाकी बर्दी का खौफ नहीं रह गया है।
रेत माफिया गढ़वा व नौडिहवा पुलिस पर भारी
रेत माफिया गढ़वा व नौडिहवा पुलिस पर भारी प्रेम एन गुप्ता
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सिंगरौली, मध्य प्रदेश। सिंगरौली जिले के दूरस्थ व यूपी सीमावर्ती गढ़वा थाना क्षेत्र में रेत माफियाओं का दबदबा है। उन पर खाकी बर्दी का खौफ नहीं रह गया है। दिन-दहाड़े चौबीस घण्टे सोन नदी से रेत के उत्खनन एवं परिवहन में लगे हुए हैं और रेत को बड़े-बड़े ठेकेदारों के यहां खपा रहे हैं। सोन नदी को रेत माफिया छलनी करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैें। वहीं आरोप है कि पुलिस एवं अभ्यारण्य वन कर्मियों का रेत माफियाओं को खुली छूट मिल गयी है। आलम यह है कि यहां का रेत यूपी खप रहा है। रेत माफिया जगह-जगह नदी से रेत उत्खनन कर डम्प कर रहे हैं। जबकि पुलिस व सोन घडिय़ाल अमला सब कुछ जानते हुए पूरी तरह से अंजान बना हुआ है।

दरअसल सोन नदी से रेत के उत्खनन एवं परिवहन पर उच्चतम न्यायालय के द्वारा प्रतिबंधित किया गया है। किन्तु रेत माफिया के आगे पुलिस एवं सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य बीछी, बगदरा के अधिकारी भी नतमस्तक हैं। खुली छूट रेत माफियाओं को उत्खनन एवं परिवहन के लिए मिल जाने के बाद दिन-दहाड़े चौबीस घण्टे थाना गढ़वा क्षेत्र के चितावल, बडग़ड़ा,देवरा घाट, पिपरझर एवं नौडिहवा चौकी के क्योंटली, बडऱम एवं बरवाडीह सहित अन्य स्थानों पर बिना किसी डर-भय के उत्खनन करने में लगे हुए हैं।

आलम यह है कि इस कारोबार में क्षेत्र के तथाकथित सफेदपोशधारी नेता के परिजन भी संलिप्त हैं। जिन्हें खाकी बर्दी के कार्रवाई का दूर-दूर तक खौफ नहीं है। फिलहाल यही कहा जा रहा है कि सोन नदी से रेत उत्खनन में खाकी बर्दी की संलिप्तता होना कहीं न कहीं पुलिस भी कटघरे में आ गयी है। यहां के नागरिकों ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक का ध्यान आकृष्ट कराते हुए अवैध रेत कारोबारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग की है।

स्थानीय पुलिस की चुप्पी पर उठ रहे सवाल :

सोन घडिय़ाल के मैदानी कर्मी सोन नदी से अवैध रेत उत्खनन को लेकर चर्चाओं में बने हैं। कई ग्रामीणों का कहना है कि इनकी संलिप्तता को अब नकारा नहीं जा सकता है। लेकिन गढ़वा पुलिस की चुप्पी साध लेना भी एक बड़ा सवाल खड़ा होने लगा है। रेत का अवैध उत्खनन ऐसा हो रहा है शायद एकाध दशक पूर्व ऐसा होता रहा होगा। रेत माफिया बिना किसी डर-भय के रेत को उत्खनन करने में अब पीछे नहीं है। सूत्र बता रहे हैं कि गढ़वा थाने के दो आरक्षक इन दिनों रेत उत्खनन व ओव्हरलोड परिवहन करने वाले वाहनों से जमकर इन्ट्री वसूली कर रहे हैं। आरोप है कि थाना प्रभारी सब कुछ जानते हुए अंजान बन गये हैं। वहीं थाने में इन दिनों गुटबाजी चरमसीमा पर है।

शिकायतकर्ताओं को भी सबक सिखाने की मिलती है धमकी

आरोप है कि गढ़वा थाना क्षेत्र के चितावल, बडग़ड़ा,देवरा घाट, पिपरझर एवं नौडिहवा चौकी के क्योंटली, बडऱम एवं बरवाडीह में उत्खनन करने वाले रेत माफिया शिकायत कर्ताओं को ही डराना, धमकाना शुरू कर देते हैं। कुछ पुलिस कर्मी शिकायत कर्ता का नाम भी रेत माफियाओं के यहां पहुंचा देते हैं। ऐसी वारदाते कई बार हो चुकी हैं। संभवत: कई शिकायतकर्ता भी हतास-निराश होकर चुप्पी साध लिये हैं और पुलिस की कार्य प्रणाली पर जगह-जगह चर्चाएं भी साख पर बट्टा लगाने का काम करने लगे हैं।

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