राम नवमी विशेष: ओरछा में राम राजा को हर दिन बंदूक से देते हैं सलामी, सालों से चली आ रही है परंपरा
ओरछा, मध्यप्रदेश। बुंदेला शासकों की नगरी रही ओरछा में भगवान राम राजा के रूप में विराजमान हैं। ऐसे में आज रामनवमी के खास मौके पर भगवान राम का जन्म उत्सव श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। हर साल की तरह इस साल भी सिर्फ मंदिर ही नहीं बल्कि पूरे नगर को सजाया गया है। श्रीराम नवमी के खास मौके पर ओरछा में तीन दिवसीय महोत्सव शुरू हो गया है। जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु राम राजा के दर्शन-पूजन के लिए पहुंचते हैं। बुंदेलखंड के लोग यहां पर अपने आराध्य श्रीराम को राजा के रुप में पूजते है। खास बात यह है कि, यहां पर भगवान राम राजा को शासन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है।
बता दें कि, आज ओरछा में स्थित श्रीराम राजा मंदिर में भगवान के जन्मोत्सव के खास मौके पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है और दोपहर 12 बजे से विधि-विधान से भगवान का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। इसके बाद शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा की खासियत यह है कि, यहां पर मां कौशल्या की जगह रानी कुंवरगणेश की झांकी सजाई जाती है।
वहीं, 31 मार्च की सुबह 5 बजे मंगला आरती होगी और 1 अप्रेल को भगवान की पालना झांकी सजाई जाएगी। हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते। है श्रीराम नवमी के बाद की मंगला आरती का यहां पर विशेष महत्व है। वर्ष में दो बार ही भगवान की मंगला आरती की जाती है।
ओरछा मंदिर प्रबंधक ने बताया:
ओरछा मंदिर प्रबंधक ने इस बारे में बात करते हुए बताया कि, "श्रीराम नवमी पर आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान के जन्मोत्सव पर लड्डुओं का प्रसाद वितरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि, इसके लिए 15 क्विंटल के 51 हजार लड्डू बनाए जा रहे है। इसके साथ ही दिन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम में देश की प्रसिद्ध गायिका ऋचा शर्मा व अन्य कलाकार अपनी अपनी प्रस्तुति देंगे।"
राम राजा सरकार को दी जाती है सशस्त्र सलामी:
वहीं, अगर यहां स्थित इस मंदिर के बारे में बात करे, तो बुंदेला शासकों की नगरी रही ओरछा में भगवान राम राजा के रूप में विराजमान हैं। यहां हर साल भगवान राम का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। ओरछा भगवान राम की नगरी है, जिसे बुंदेलखंड की अयोध्या कहा जाता है। यह देश का एकमात्र ऐसा मंदिर ऐसा है, जहां पर राजा के रूप में राम राजा सरकार को सशस्त्र सलामी दी जाती है, वो भी दिन में चार बार। ओरछा में विराजित भगवान की प्रतिमा विक्रम संवत् 1631 यानी ईस्वी सन् 1573 में अयोध्या (उत्तर प्रदेश) से लाई गई थी, तभी से यहां भगवान को गार्ड ऑफ ऑनर देने की परंपरा है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।