भोपाल में आयोजित 'आरोग्य मंथन कार्यक्रम' का राष्ट्रपति कोविंद ने दीप प्रज्जवलन कर किया शुभारंभ
भोपाल, मध्यप्रदेश। एमपी की राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय समागम केन्द्र, भोपाल में 'आरोग्य मंथन कार्यक्रम' का शुभारंभ कार्यक्रम आयोजित किया गया। कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कंवेंशन सेंटर में आरोग्य भारती की ओर से आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति आज सुबह शामिल हुए।
'आरोग्य मंथन' कार्यक्रम का शुभारंभ
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 'आरोग्य मंथन कार्यक्रम' का किया शुभारंभ :
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय समागम केन्द्र में दीप प्रज्ज्वलित कर 'आरोग्य मंथन कार्यक्रम' का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित रहे। इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि, इस कार्यक्रम में भाग लेकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। कोरोना काल में किसी न किसी वजह से, किसी न किसी रूप में हम सभी प्रभावित रहे हैं। इस दौरान वैक्सीन निर्माण से पूरी दुनिया में मानवता का अनूठा संगम देखने को मिला।
राष्ट्रपति कोविंद ने अपने संबोधन में कही ये बड़ी बातें
◆ COVID19 जैसी अदृश्य बीमारी से बहुत कम लोग ऐसे रहे, जो प्रभावित होने से बचे, देश और दुनिया के वैज्ञानिकों ने वैक्सीन बनाकर मानव जीवन की रक्षा की। वैज्ञानिकों का अभिनंदन करता हूं।
◆ पिछले दो दशकों के दौरान आरोग्य भारती ने नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए सुविवचारित और सुसंगठित प्रयास किये हैं, आरोग्य भारती का विचार बहुत स्पष्ट है कि व्यक्ति स्वस्थ रहेगा, तो गांव, समाज, प्रदेश और देश भी स्वस्थ रहेगा।
◆ आरोग्य भारती आयुर्वेद के माध्यम से जनसेवा का अभिनंदनीय प्रयास कर रहा है। देश में मेडिकल टूरिज्म बढ़ रहा है, लेकिन यह भी सच है कि आवश्यकतानुसार उपचार की व्यवस्था को मजबूत करना है।
◆ दुनिया में उपलब्ध महंगे इलाज के बीच भारत में सस्ते उपचार की व्यवस्था है। यही वजह है कि दिल्ली के अस्पतालों में भी देखें तो देश के विभिन्न हिस्सों के साथ ही विदेशों के मरीज इलाज के लिए आते हैं।
◆ 2017 में घोषित राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति के तहत सभी के आरोग्य की व्यवस्था करने का संकल्प है। इस ध्येय की प्राप्ति के लिए भारत सरकार निरंतर कार्य कर रही है।
◆ भारत में चिकित्सा की प्राचीन पद्धति रही है, जिससे विश्व को भी मार्गदर्शन मिला है। भारत ने दुनिया को योग, प्राणायम और व्यायाम के साथ आध्यात्मिक शक्ति का बोध कराया।
◆ हमें दैनिक दायित्वों का निर्वहन करने के साथ-साथ प्रकृति के अनुरूप और सरल जीवन शैली अपनानी चाहिये। इससे हमारा स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
◆ योग को टालने के लिए कोई बहाना ठीक नहीं है। योग को लेकर कुछ लोग भ्रांतियां फैलाते हैं, जबकि निरोग रहने के लिए कोई भेदभाव या भ्रांतियां आड़े नहीं आना चाहिए।
युक्ताहारविहारस्य युक्तचेष्टस्य कर्मसु। युक्तस्वप्नावबोधस्य योगो भवति दुःखहा॥ जो व्यक्ति युक्त आहार और विहार करने वाला है, परिमित शयन व जागरण करता है, उसके समस्त दु:खों का नाश हो जाता है और वह स्वस्थ रहता है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
।आरोग्य मंथन कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा-
भोपाल में आयोजित आरोग्य मंथन कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि, राष्ट्रपति महोदय जी ने प्रदेश को अपना बहुमूल्य समय प्रदान किया। राज्यपाल बोले- जनसमुदाय की वन औषधि, योग की बात हुई है, ये अपने जीवन में लाना बहुत जरूरी है। इसकी आज अधिक आवश्यकता है। इससे वास्तविक रोगियों की संख्या भी नियंत्रित होगी। खाने-पीने में असंतुलन रोगों को बढ़ाने में मुख्य कारण है। पहले सात्विक भोजन का महत्व था। श्रम भी अधिक होता था। बदली जीवनशैली की वजह से अब इस ओर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने कही यह बातें
◆ कोरोना को दूर करने में हमने तीनों ही पद्धतियों का उपयोग किया। हमने करोड़ों परिवारों में काढ़ा बांटने का काम किया, मप्र में हमने योग से निरोग का अभियान चलाया।
◆ हमने तीनों पद्धतियों का उपयोग COVID19 से लड़ने के लिए प्रयोग किया। काढ़े का वितरण कर सबको उपयोग के लिए भी अनुरोध किया। योग से निरोग अभियान भी शुरू किया। आयुर्वेद, एलोपैथी और योग का भी हमने उपयोग किया।
◆ प्रदेश में जो आइसोलेशन में थे उन्हें ऑनलाइन योग सिखाया जाता था। आयुर्वेद भी था, एलोपैथी भी थी और योग प्राणायाम भी था।
◆ केवल भारत ही नहीं, केवल प्रदेश ही नहीं, बल्कि दुनिया का स्वास्थ्य कैसे बेहतर हो इस पर हम काम कर रहे हैं। ये हमारा सौभाग्य है कि हमारे प्रधानमंत्री एक गौरवशाली, वैभवशाली और स्वस्थ भारत के निर्माण की दिशा में कार्य कर रहे है।
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बताते चलें कि, इस कार्यक्रम के बाद शाम को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में नवीन स्वास्थ्य संस्थाओं के भूमिपूजन और लोकार्पण कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इसके बाद वे रात्रिविश्राम राजभवन में ही करेंगे। वही रविवार सुबह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उज्जैन जाएंगे, जहां अखिल भारतीय आयुर्वेद सम्मेलन को संबोधित करेंगे। वे उज्जैन में महाकाल मंदिर में पूजा अर्चना के बाद इंदौर होते हुए दिल्ली लौट जाएंगे।
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