Prateek Murder Case : बेटे की हत्या के मामले में आरोपी सौतेली मां और पिता गिरफ्तार
इंदौर। तीसरी पत्नी के उकसाने बाद मासूम बेटे प्रतीक की हत्या करने वाले पिता शशिपाल मुंडे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में तीसरी पत्नी ममता उर्फ पायल को भी आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है। तीसरी पत्नी को तीन माह पहले बच्चा हुआ था और तभी से सौतेले बेटे पर गुस्सा चरम पर पहुंच गया था। उसने तो तीन माह पहले ही पति से कह दिया था कि यदि तुम्हारा बेटा यहां रहेगा तो मैं तुम्हारे पास नहीं आऊंगी। तुम प्रतीक को मार डालो या घर के बाहर फैंक दो तुम उसका कुछ भी करो लेकिन वह घर में नहीं होना चाहिए। वह घर में रहेगा तो मैं घर नहीं आऊंगी।
प्रतीक रहेगा तो मेरे बेटे को कुछ नहीं मिलेगा...
शशिपाल मुंडे तीसरी पत्नी का इतना दीवाना हो गया था कि उसने अपने कमरे के कोने-कोने में उसकी तस्वीर लगाई थी। पुलिस भी जब यहां पहुंची तो कमरे का नजारा देखकर चौंक गई थी। पायल के आने के बाद तो वह किसी की भी परवाह नहीं करता था। प्रतीक के दादा-दादी ने भी ये बात भांप ली थी और वे उसे अपने साथ ही सुलाने लगे थेे। पायल गर्भवती हुई तो वह मायके चली गई। वहां उसने तीन माह पहले बेटे को जन्म दिया। तब से ही प्रतीक के प्रति उसकी जलन चरम पर पहुंच गई।
प्रतीक को उसके दादा-दादी,ताऊ और परिवार के अन्य सदस्य बेहद पसंद करते थे। खुद शशिपाल भी उसे बेहद चाहता था। कभी अपने मोबाइल स्टेटस पर वह प्रतीक का फोटो लगाता तो पायल उससे विवाद करती। पायल को लगता था कि उसके बेटे को उसके पिता की संपत्ति और भरपूर प्यार नहीं मिलेगा। उसने मन ही मन प्रतीक से छुटकारा पाने का मन बना लिया और उसके लिए अपने प्यार में पागल पति को मोहरा बनाया। पायल को बेटा होते ही उसने प्रतीक के खिलाफ षडय़ंत्र रचते हुए शशिपाल को उकसाना शुरु कर दिया था। वह बार-बार पति से एक ही बात कहती थी कि या तो तुम प्रतीक को रख लो या फिर मुझे,खुद फैसला कर लो। करीब तीन माह तक पायल और शशिपाल के बीच विवाद ने रविवार को अलग ही मोड़ ले लिया।
हत्या का वीडियो भेजा था पायल को
रविवार को ही शशिपाल ने प्रतीक को ठिकाने लगाने की मन ही मन प्लानिंग कर ली थी। प्रतीक दादा-दादी के पास सोता था। वह उसके पास गया और कूलर में सोने का लालच देकर अपने कमरे में ले गया। उसके बाद काफी देर तक प्रतीक के साथ खेलता रहा और देर रात को उसने उसका गला घोटकर हत्या कर दी। शशिपाल ने अपने बेटे की हत्या का वीडियो भी बनाया और पायल को भेज दिया। पायल ने विवाद के बाद उसका नंबर ब्लाक कर दिया था इसलिए वह वीडियो उस तक नहीं पहुंचा था।
साढे तीन लाख देकर लाया था तीसरी पत्नी
प्रतीक शशिपाल की पहली पत्नी अंजली को बेटा था। उसकी मां का देहांत होने के बाद शशिपाल ने दूसरी शादी गांधी नगर में की थी जिसे भी 15 दिन साथ रखकर छोड दिया। दो वर्ष पूर्व ही ममता उर्फ पायल से नातरा किया था जिसके एवज में पायल के परिजनों को साढे तीन लाख रुपए भी दिए थे। वह पायल के साथ मकान के उपरी हिस्से में रहता था जबकि प्रतीक अपने दादा -दादी के साथ मकान के नीचे के पोर्सन में रहता था। पायल को प्रतीक का ऊपर आना भी पसंद नहीं था।
प्रतीक आता था तो गुस्सा हो जाती थी पायल
शशिपाल के घर आने के बाद से ही प्रतीक पायल को बहुत खटकता था वह कभी पिता या सौतेली मां से मिलने ऊपर आता था तो पायल पति से विवाद करती या फिर प्रतीक को डांट कर भगा देती थी। सौतेले बेटे के प्रति नफरत उस वक्त और बढ गई जब उसे भी बेटा हो गया। उसके बाद तो उसने शशिपाल पर प्रतीक को रास्ते से हटाने के लिए इतना दवाब डाला कि रविवार को शशिपाल ने प्रात: तय किया कि मैं बच्चे प्रतीक को मार दूंगा इसी के तहत उसने शाम को दादा दादी के पास खाना खाने के बाद बच्चे को कूलर में सोने का लालच देकर अपने कमरे में उपर ले गया और टीवी का वाल्यूम फुल कर रात्रि में बच्चे का गला दबाकर हत्या कर दी । प्रतीक की हत्या का विडियो बनाया और उक्त विडियो रात्रि में ही पायल उर्फ ममता को भेजा तथा बाइक लेकर घर से फरार हो गया। उसके पास कोई नगदी राशि नही थी इसलिये वह अपने पास के छोटे मोटे सोने के सामान को बेचने का प्रयास कर रहा था। पुलिस को इसकी भनक लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
नर्मदा में डूबने की बात भी लिखी थी
पुलिस के मुताबिक शशिपाल ने 8 पेज का एक नोट लिखा था जिसमें उसने ये भी लिखा था कि वह प्रतीक की हत्या के बाद खुद भी बाइक सहित नर्मदा में डूबकर जान दे देगा। पुलिस ये भी पता लगा रही है कि शशिपाल मोरटक्का बाइक सहित नर्मदा में कूदने के इरादे से तो नहीं गया। आरोपी के फरार होने के बाद पुलिस ने आरोपी को बाइक सहित पम्पलेट आसपास के थानों पर भी भेज दिए थे। इसी के सहारे उसकी पहचान हुई और पुलिस को टिप मिली थी।
पायल को भी पकड़ लिया
जांच के बाद ये बात सामने आई कि शशिपाल ने अपनी तीसरी पत्नी पायल के उकसाने बाद ही प्रतीक की हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। तब उसके खिलाफ भी केस दर्ज किया गया। उसके बाद पुलिस टीम ने उसे भी उसके मायके नादनपुर जिला राजगढ से गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ पुलिस ने पायल को अपराध के दुष्प्रेरण में अंतर्गत धारा 302,109 के तहत गिरफ्तार किया है। इसमें भी अपराध साबित होने पर आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है। पुलिस के सामने शशिपाल और पायल ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने प्रतीक हत्या का वीडियो,मोबाइल और 8 पेज का नोट भी जब्त किया है। टीआई आरडी कानवा ने बताया कि पुलिस का प्रयास रहेगा कि मामले में जल्द से जल्द कोर्ट में दोनों के खिलाफ चालान पेश कर दिया जाए और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलवाने की पूरी कोशिश रहेगी।
...तो शायद केस अंजाम तक नहीं पहुंचता
टीआई आरडी कानवा ने बताया कि शशिपाल ने पत्र में लिखा था कि वह प्रतीक की हत्या के बाद नर्मदा में डूबकर जान दे देगा। यदि समय रहते पुलिस एक्टिव नहीं होती और ये नर्मदा में डूबकर आत्महत्या कर लेता तो शायद केस अंजाम तक नहीं पहुंचता और मासूम की हत्या का केस अंजाम तक नहीं पहुंचता।
हमारे घर ऐसा दरिंदा पैदा होगा,सोचा नहीं था
पीएम के बाद प्रतीक का शव रविवार को ही उसके दादा-दादी और ताऊ आदि परिजनों को सौंप दिया गया था। लिबोंदी में शिवधाम के पास मुक्तिधाम में उसका अंतिम संस्कार हुआ। प्रतीक के जाने के बाद परिजन बेहद दुखी हैं। दादा-दादी ने तो गमगीन स्वर में ये तक कहा कि हमारे घर ऐसा दरिंदा पैदा होगा कभी सपने में भी नहीं सोचा था। वे उस दिन को याद करते हुए रो पड़ते हैं जब शशिपाल प्रतीक को अपने साथ कमरे में ले गया था। प्रतीक का मामा शुभम 15 वीं बटालियन में कांस्टेबल है। वह भी उसकी मौत से बेहद दुखी है। बहन की मौत के बाद उसकी निशानी मानकर वह प्रतीक को बेहद चाहता था। प्रतीक कुछ दिन पहले मामा के घर था करीब 8 दिन रहने के बाद उसे दादा-दादी की याद आई तो मामा उसे लिंबोदी में दादा-दादी के पास छोड़ आया था। शुभम का कहना है कि यदि मुझे जरा सा भी अंदाजा होता तो मैं प्रतीक को नहीं जाने देता। वह मेरी बहन का अंश था बहन के जाने के जाने के बाद वही तो संसार में था।
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