Exclusive: नई एजुकेशन पॉलिसी इस साल नहीं होगी लागू, अगले साल से स्कूलों में पढ़ाई जाएगी NCERT की किताबें
Raj Express Exclusive Interview With NCERT Director: भोपाल। नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत अगले साल (सत्र 2024-25) से देशभर के स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जाएगी। वर्तमान में जुलाई से शुरू होने वाले सत्र में सिर्फ दूसरी कक्षा तक एजुकेशन पॉलिसी के तहत सिलेबस मिलेगा। यह बात राज एक्सप्रेस से खास बातचीत में एनसीईआरटी दिल्ली के डायरेक्टर प्रो. दिनेश प्रसाद सकलानी ने शनिवार को कही। वह राष्ट्रीय योग ओलंपियाड के समारोह में कार्यक्रम की अध्यक्षता करने के लिए राजधानी प्रवास पर हैं।
भारत सरकार ने नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 आरंभ की है। जिसके अंतर्गत सरकार ने एजुकेशन पॉलिसी के तहत काफी सारे बदलाव किए है। नई एजुकेशन पॉलिसी को इसी साल सत्र 2023-24 से लागू किए जाने पर देशभर में चर्चा की जा रही थी। जुलाई से सिलेबस लागू किया जाना था। कई प्रायवेट पब्लिसर्स ने नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत किताबें भी बाजार में बेचना शुरू कर दी है। लेकिन एनसीईआरटी के डायरेक्टर दिनेश प्रसाद सकलानी ने सत्र 2023-24 से नई एजुकेशन पालिसी के तहत सिलेबस को लागू किए जाने की बात पर विराम लगा दिया है।
डायरेक्टर सकलानी ने कहा कि नई एजुकेशन पालिसी के तहत अगले साल (सत्र 2024-24) से देशभर के स्कूलों में कक्षा तीन से 12वीं तक एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी जो पाठ्यक्रम तैयार किया है, वह फाउंडेशन स्टेज का है। इसमें बाल वाटिका का टीचिंग मटेरियल रहेगा। फाउंडेशन स्टेज में कक्षा दो तक का मटेरियल पूरा तैयार है। यह जुलाई से देशभर में मिलने लगेगा। उन्होंने कहा कि कक्षा तीन से 12वीं तक स्कूल के लिए पाठ्यक्रम अंतिम चरण में है।
इस पाठ्यक्रम को इसी महीने जून में अंतिम रूप दे दिया जाएगा। इस पाठ्यक्रम के आधार पर स्कूलों के लिए सिलेबस तैयार किया जाएगा। सिलेबस तैयार करने के लिए हर कक्षा के लिए पाठ्यक्रम समितियां बनेगी। इनका मूल्यांकन किया जाएगा। इसके बाद नई एजुकेशन पालिसी के तहत स्कूलों में पढ़ाने के लिए किताबें तैयार की जाएगी। यह पूरा काम सत्र 2023-24 में पूरा कर लिया जाएगा। सत्र 2024-25 से नई एजुकेशन पालिसी के तहत देशभर के स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जाएगी।
प्राचीन व आधुनिक का समावेश है नई शिक्षा नीति
प्रो. सकलानी ने कहा कि नई शिक्षा नीति प्राचीन व आधुनिक का समावेश है। अभी तक एजुकेशन पॉलिसी मैकाले की नीति पर चल रही थी। अब प्राचीन भारत विज्ञान की नीति के साथ आधुनिकता का समावेश किया गया है। यह नीति भारत केंद्रीत बनाई गई है। नई शिक्षा नीति में स्थानीयता को जोड़ा गया है। नई शिक्षा नीति में लर्निंग स्टेज के लिए जायफुल लर्निंग के तहत बनी है।
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