सेठानीघाट का जलस्तर 965.60 पहुंचा, तेजी से बढ़ रहा नर्मदा का जल स्तर, घाटों पर उमड़ी लोगों की भीड़, शहर में लगा जाम। कलेक्टर, एसपी ने रात भर जागकर लिया स्थिति का जायजा, अल सुबह पहुंचे सेठानी घाट। आधा दर्जन से ज्यादा गांवों का संपर्क जिले से टूटा। बाबई, सेमरी, सोहागपुर, पिपरिया, सिवनी मालवा, डोलरिया में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त।
नर्मदापुरम, मध्यप्रदेश। लगातार भारी बारिश के चलते जिले के नदी-नाले ऊफान पर हैं। निचली बस्तियों में पानी घुस गया है। जिले के लगभग एक दर्जन से अधिक गांवों में सोमवार को सड़क आवागन बाधित रहा। नर्मदा का जल स्तर लगातार बढ़ने से बाढ़ की आशंका पैदा हो गई है। प्रशासन के मुताबिक फिलहाल बाढ़ का खतरा नहीं है। लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है। लोगों को नदी नालों के साथ ही जलमग्न पुल-पुलियाओं को पार न करने की सलाह दी गई है। जिले में लगातार झमाझम बारिश का दौर जारी है। नर्मदा और उसकी सहायक नदियों के साथ ही नाले ऊफान पर होने पर नर्मदा में जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। हालांकि यह खतरे के निशान के आसपास है। लेकिन बारिश का मौजूदा दौर जारी रहता है तो इसके बढ़ने की पूरी आशंका है।
इधर नर्मदा पर बंधे बांध पानी से लबालब है। ऊपरी इलाकों में बारिश जारी रहने पर बांधों से पानी छोड़े जाने की स्थिति में भी नर्मदा के जल स्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी होगी। नतीजन निचले इलाकों में पानी भर जायेगा। इसी के मद्देनजर प्रशासन ने एहतियाती उपाय शुरू कर दिये हैं। जलमग्न पुल-पुलियाओं पर अमला तैनात किया है। ताकि पानी का तेज बहाव होने पर पैदल अथवा वाहनों की आवाजाही रोकी जा सके। इसी प्रकार सेठानी घाट, कोरी घाट, मंगलवार घाट, सर्किट हाउस घाट पर वोट और गोताखोर तैनात किये गये हैं। बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर निचले इलाके के लोगों को मुनादी कराकर सतर्क रहने के लिये कहा गया है। मंगलवार को नर्मदा का जल स्तर 965.60 फिट दर्ज किया गया। यह खतरे के निशान से महज आधा फिट फिट नीचे है। तवा डेम के सभी 13 गेट 12 फिट तक खोले गये हैं। बरगी डेम से सोमवार को पानी छूटने के बाद आज नर्मदापुरम आयेगा। इसी प्रकार बारना डेम के गेट खोले गये हैं। जिसका पानी भी नर्मदा में धीरे-धीरे आना शुरू हो गया है। जिससे जल स्तर और बढ़ने की संभावना है।
तवा के चमेंट एरिया में लगातार बारिश से डेम का जलस्तर 1164.50 पर है। जलस्तर बढ़ने से मंगलवार को भी डेम के गेट खोले गये, इसके अलावा बारगी डेम के गेट खोले है। बारना डेम का जलस्तर 348.17 मीटर पर पहुंचने के बाद गेट खोले है। तीनों डेम का पानी नर्मदा में आने के बाद अगले दस से बारह घंटे के बीच में नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है। हालाकि कलेक्टर नीरज कुमार सिंह का कहना है कि दोपहर के बाद तवा डेम के गेट बंद कर दिये जायेंगे, ताकि जल स्तर न बढ़े। जिला प्रशासन ने मंगलवार को स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।
तेज बारिश का अलर्ट :
बाढ़ का पानी बढ़ने से डोलरिया पर हतेड़ नदी पर बने पुल की रेलिंग टूट गई है। पानी पुल के ऊपर से गुजर रहा है। यह मार्ग होशंगाबाद को खंडवा, हरदा से जोड़ता है। प्रशासन ने ट्रैफिक को रोक दिया है। देर रात तक पुल पानी होने से वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद रहा।
जिले के दर्जनों गांवों का संपर्क टूटा :
लगातार 48 घंटे से हो रही बारिश के चलते जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की हालत खराब हो गई है। कई गांव में पानी भरा गया है। ग्रामीण क्षेत्रों का शहर से संपर्क टूट गया है। डोलरिया, सोमालवाड़ा पालनपुर, पर्रादेह, रंडाल, डोंगरवाड़ा, तालनगरी, खोकसर सहित दर्जनों गांव का संपर्क शहर से टूट गया है। वहीं ग्रााम पालनपुर के अंदर से निकलने वाला नाला भी ऊफान पर है। जिसके कारण लोगो को अपने घरों से निकलने में परेशानी हो रही है। नाले का पानी लोगों के घरों के अंदर तक पहुंच गया है।
इनका कहना :
नर्मदा नदी अभी खतरे के निशान से नीचे है। मौसम भी खुल गया है, इसलिये बाढ़ की स्थिति नहीं है। प्रशासन तैयारी के साथ अलर्ट मोड पर है। शहर सहित ग्रामीण अंचलों के जल भराव क्षेत्रों पर सतत निगरानी बनाये हैं। माखननगर में तीन गांवों को खाली कराया जा रहा है। दोपहर बाद तवा के गेट बंद कर दिये जायें, ताकि बरगी से आने वाले पानी में बाढ़ की स्थिति निर्मित न हो।
नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर
लगातार बारिश से बरगी, बारना एवं तवा जलाश्यों का पानी एक साथ डिस्चार्ज किया जा रहा है, जिससे नर्मदा का जल स्तर बढ़ रहा है। समूचे जिले में सुरक्षा व्यवस्था के लिये पुलिस प्रशासन और होम गार्ड की टीम सक्रिय है।
डॉ. गुरुकरन सिंह, पुलिस अधीक्षक
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