नर्मदापुरम : वन विभाग के उडऩदस्ते ने सागौन तस्कर को दबोचा, फर्जी टीपी पर करता था इमारती लकड़ी की सप्लाई
नर्मदापुरम , मध्यप्रदेश । वन विभाग के उडऩदस्ते ने एक ऐसे लकड़ी माफिया को पकड़ा है जो विभाग की फर्जी टीपी (Transit Pass) को ढाल बनाकर दूसरे प्रदेशों तक में लकड़ी सप्लाई कर रहा था। उडऩदस्ते ने माफिया को ट्रक के साथ बैतूल नागपुर रोड पर पकड़ा, जिसमें अवैध सागौन लदा था। ट्रक में लकड़ी परिवहन के लिए टीपी भी पाई गई, जो जांच में फर्जी निकली। जब्त सागौन की कीमत लाखों में बताई गई है। उक्त लकड़ी नर्मदापुरम (NarmadaPuram) स्थित रसूलिया मेें एक दुकान से तस्करी की जा रही है, जबकि यह दुकान नाममात्र की दिखावे के लिए है। उक्त दुकान को आरोपी वसीम वल्द तासीम संचालित करता है। वसीम खान का मुख्य धंधा जंगल से लकड़ी कटवाना और फिर उसे फर्जी टीपी के जरिए दूसरे राज्यों में सप्लाई करना है।
फर्नीचर मार्ट की आड़ में तस्करी, खुद छपवाई टीपी
वसीम खान मूलत: उत्तरप्रदेश (UttarPradesh) का रहने वाला है, रसूलिया में उसके परिजनों ने एक दुकान किराए से ले रखी है, जिसे फर्नीचर मार्ट का नाम दिया है। यह दुकान सिर्फ नाम मात्र की है और इसी फर्नीचर मार्ट (Furniture Mart) की आड़ में सागौन का अवैध कारोबार किया जा रहा है। विभागीय टीम ने आरोपी वसीम खान और ट्रक ड्राइवर को तत्काल गिरफ्तार कर बेतूल जेल में बंद कर दिया है। बताया जाता है वसीम खान ने वन विभाग की टीपी की बुक छपवाई है। जब भी ट्रक से कहीं लकड़ी भेजना होता तो आरोपी अधिकारियों के दस्तखत कर खुद ही टीपी जारी कर देता, ताकि रास्ते में चैकिंग के दौरान गाड़ी पकड़ी जाए तो टीपी दिखाकर छूट सके।
बैंक में खुलवाया फर्जी खाता
इतना ही नहीं वसीम खान ने बैंक (Bank) में किसी फर्जी व्यक्ति के नाम पर अपना खाता खुलवाया है। जिन लोगों से वह सागौन खरीदता और बेचता, उनसे इसी खाते के जरिए लेन देन करता था, ऐसा इसलिए किया गया ताकि पकड़ में आने पर यह बताया जा सके कि खाता मेरा नहीं है।
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