Nagar Nigam :100 करोड़ वसूलना है सम्पत्तिकर, इसलिए 2 अप्रैल तक की वसूली 31 मार्च में जुड़ेगी
ग्वालियर। वित्तीय वर्ष 2022-23 का समापन 31 मार्च को हो गया है, लेकिन नगरीय निकायों में अब भी पुराने वित्तीय वर्ष के लिए वसूली की जा रही है। भोपाल से जारी किए गए दिशा निर्देशानुसार 1 से 2 अप्रैल तक वसूली चालू रहेगी जिसे 31 मार्च में जोड़ा जायगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्यों आगमी दिनों में बैंकों का अवकाश रहेगा जिससे पोर्टल सिंक्रोनाईज होने के समय लगेगा। इसी वजह से पोर्टल को 31 मार्च को क्लोज नहीं किया गया है। यह पोर्टल 2 अप्रैल तक खुले रहेगा और इसमें बेक डेट में वसूली दर्शाई जायगी।
अब तक नगर निगम में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को नियम विरूद्ध कार्य कराते देखा गया है। लेकिन इस बार तो वरिष्ठ अधिकारी भी नियमों को ताक पर रखकर खुले आम कार्य कराते दिख रहे हैं। सम्पत्तिकर विभाग में वसूली के लिए टीसी एवं एपीटिओं को निर्देशित किया गया है कि वह 2 अप्रैल तक लगातार वसूली करें। इसे 31 मार्च की तारीख में ही चढ़ाया जायगा। दरअसल ऐसा करने का आदेश भोपाल से ही दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार रविवार एवं सोमवार को शासकीय अवकाश होने के कारण बैंक बंद रहेगी। इसके चलते पोर्टल अपडेट नहीं हो सकेगा। इस संबंध में वित्त विभाग की चर्चा वरिष्ठ अधिकारियों से हो चुकी है विभागीय स्वीकृति मिलने के बाद ही पोर्टल को 31 मार्च को क्लोज नहीं किया गया। पोर्टल अभी खुला हुआ है और 2 अप्रैल तक इसे खुला रखा जायगा।
1 एवं 2 अप्रैल को जो वसूली होगी उसे 31 मार्च तक दर्शाकर पोर्टल क्लोज कर दिया जायगा। इसी वजह से नगर निगम के एपीटिओ एवं टीसियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह 2 अप्रैल तक सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक वसूली करें ताकि अधिक से अधिक राशि पोर्टल में दर्ज कराई जा सके। दो दिन मिलने से अधिकारी सम्पत्तिकर की वसूली का आंकड़ा 100 करोड़ करने का प्रयास कर रहे हैं। शनिवार तक सम्पत्तिकर की वसूली 97 करोड़ से अधिक हो चुकी थी। अधिकारियों का उद्देश्य है कि यह वसूली 100 करोड़ पहुंच जाए तो बेहतर है। इसी वजह ये 31 मार्च के बाद भी एपीटिओ एवं टीसियों को सख्ती दिखाते हुए वसूली में लगा रखा है।
साहब से कह दो की हमें निलंबित कर दें
31 मार्च के बाद एपीटिओ एवं टीसियों को हर साल आराम दे दिया जाता था। साथ ही बैठक आयोजित कर बेहतर कार्य करने वाले टीसियों को सम्मानित भी करते थे। लेकिन इस बार अलग ही धारा बह रही है। वित्तीय वर्ष समाप्त होने के बावजूद बेक डेट में रशीदें चढ़ाई जा रही हैं। लगातार दबाव से परेशान टीसियों ने एपीटिओं से कह दिया है कि हमसे अब वसूली नहीं हो रही। आप साहब से बोल दें कि हमें निलंबित कर दें।
इनका कहना है
शासकीश अवकाश होने के कारण पोर्टल 2 अप्रैल तक खुला रहेगा, इसी वजह से वसूली करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में सभी नगरीय निकायों को निर्देशित कर दिया है।
भरत यादव, आयुक्त, नगरीय प्रशासन विभाग, मप्र
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