श्रमिकों की मेहनत लाई रंग- MP में इस साल लक्ष्य के विरुद्ध 110 प्रतिशत ज्यादा तेंदूपत्ता संग्रहण
मध्यप्रदेश। मप्र में श्रमिकों की कड़ी मेहनत के कारण तेंदूपत्ता का संग्रहण लक्ष्य से अधिक हुआ है। इस साल मध्यप्रदेश में लक्ष्य के विरुद्ध 110 प्रतिशत ज्यादा तेंदूपत्ता संग्रहण किया गया है। लक्ष्य 16 लाख 29 हजार मानक बोरा था, जिसके विरुद्ध 18 लाख 2 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया है। बता दें, प्रदेश में तेंदूपत्ता संग्रहण जनजातीय बहुल क्षेत्रों में आजीविका का बड़ा स्रोत है।
लक्ष्य से 110 प्रतिशत ज्यादा तेंदूपत्ता संग्रहण :
वर्ष 2021 में 16 लाख 60 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ते का हुआ था संग्रहण
बता दें, वर्ष 2021 में 16 लाख 60 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हुआ था। जानकारी के अनुसार इस उपलब्धि पर वन मंत्री विजय शाह ने संग्राहकों, प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के सदस्यों और तेंदूपत्ता संग्रहण एवं प्रबंधन से जुड़े अमले को बधाई दी है। प्रदेश में राज्य लघु वनोपज संघ 80 जिला यूनियन और 1071 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों से तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य कर रहा है। इससे 35 लाख संग्राहक जुड़े हैं। इनमें से 50 प्रतिशत संग्राहक अनुसूचित जनजाति परिवारों के हैं और 40 प्रतिशत संग्राहक महिलाएं हैं।
संघ के प्रबंध संचालक पुष्कर सिंह ने दी जानकारी-
मध्यप्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक पुष्कर सिंह ने जानकारी दी है कि वन समितियों और तेंदूपत्ता संग्राहकों के गत 22 अप्रैल को हुए सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज ने तेंदूपत्ता संग्रहण दर में 500 रूपये की बढ़ोत्तरी किए जाने की घोषणा की थी, जिसके फलस्वरूप 3 हजार रूपये प्रति मानक बोरा दर निर्धारित कर दी गई है। इस वृद्धि से संग्राहकों के पारिश्रमिक में भी वृद्धि हुई है।
इस वर्ष तेंदूपत्ता संग्राहकों को लगभग 540 करोड़ की राशि पारिश्रमिक के रूप में सीधे उनके खाते में वितरित कराना प्रारंभ हो गया है, जो गत वर्ष की तुलना में 100 करोड़ रूपये से ज्यादा है। तेंदूपत्ता संग्रहण से वर्ष 2020 में 600 करोड़ और वर्ष 2021 में 843 करोड़ रूपये का विक्रय मूल्य प्राप्त किया।
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