मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा- परिवार के पास पीढिय़ों से करीब 1200 एकड़ जमीन थी...
भोपाल। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस के आरोपों को इलेक्शन इवेंट और सच्चाई से परे बताया है। कहा है कि मेरी सारी चल-अचल संपत्ति पैतृक व घोषित है। मंत्री ने बताया कि परिवार के पास पीढिय़ों से करीब 1200 एकड़ जमीन थी। होटल, मकान और दूध डेरी के निर्माण के लिए विभिन्न बैंकों से समय-समय पर 42 करोड़ 45 लाख 86 हजार रुपए का लोन लिया है।
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि अधिकांश भूमि सागर शहर से लगी थी। शहर बढऩे से जमीनों की कीमत भी बढ़ गई। पैतृक जमीन पर बैंकों से लोन लेकर प्रॉपर्टी का निर्माण किया है। वो तथ्यहीन आरोप लगाने वाले कांग्रेस नेताओं पर वैधानिक कार्रवाई करते हुए मानहानि का केस दर्ज कराएंगे।
कांग्रेस नेता जेपी धनोपिया और आरटीआई प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष पुनीत टंडन ने मंगलवार को मीडिया से चर्चा के दौरान संपत्ति को आधार बनाकर मंत्री सिंह पर आरोप लगाए थे। इसका बिंदुवार जवाब देते हुए मंत्री ने बताया कि परिवार के पास पीढिय़ों से करीब 1200 एकड़ जमीन थी। अधिकांश भूमि सागर शहर से लगी थी। शहर बढऩे से जमीनों की कीमत भी बढ़ गई।
42 करोड़ का लोन लेकर बनाया होटल, मकान
मंत्री सिंह ने जानकारी दी कि होटल का निर्माण वर्ष 2002 में पैतृक भूमि पर किया गया था। होटल, मकान और दूध डेरी के निर्माण के लिए विभिन्न बैंकों से समय-समय पर 42 करोड़ 45 लाख 86 हजार रुपए का लोन लिया। कांग्रेस नेताओं ने इन सभी भूमियों को खरीदना बताया है। वर्तमान बाजार मूल्य से इनकी कीमत का आंकलन किया है। यह निराधार है। सभी जमीन विरासत में मिली है। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने एक भी ऐसे व्यक्ति का नाम नहीं बताया जिससे हमने कोई संपत्ति खरीदी हो।
मंदिर के लिए दान में दी 25 एकड़ जमीन
मंत्री ने बताया कि उनके स्वर्गीय पिता ने मंदिर निर्माण के लिए 25 एकड़ जमीन दान में दी थी। इसका वर्तमान बाजार मूल्य 500 करोड़ रुपए से अधिक है। उन्होंने कहा, कांग्रेस नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर बता चुके हैं कि उनका टारगेट दतिया और खुरई जैसी विधानसभा सीट है। खुरई में तो उन्हें कोई प्रत्याशी नहीं मिल रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि कांग्रेस के नेता राजनीति से प्रेरित झूठे आरोप लगा कर बच नहीं सकते हैं।
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