Madhya Pradesh Election Vote Counting
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मध्यप्रदेश चुनाव मतगणना : अब महज 48 घंटे बाद साफ़ होगा सूबे में किसकी होगी सरकार

Madhya Pradesh Election Vote Counting : दो हजार 280 पुरुष, 252 महिलाएं और एक अन्य (थर्ड जेंडर) प्रत्याशी के भाग्य का होगा फैसला।
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हाइलाइट्स

  • निर्वाचन आयोग और प्रशासन ने मतगणना की सभी तैयारियां पूरी की।

  • मतगणना के हर राउंड के परिणाम किए जाएंगे प्रदर्शित।

  • 2018 में कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी कांग्रेस।

Madhya Pradesh Election Vote Counting : भोपाल, मध्यप्रदेश। विधानसभा चुनाव 2023 के तहत 3 दिसंबर को मतगणना होना है जिसमें महज 48 घंटे का समय शेष रह गया है। इसके बाद साफ़ हो जायेगा कि, सूबे में सरकार किसकी बनेगी। निर्वाचन आयोग और प्रशासन ने मतगणना को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। 3 दिसंबर को सुबह 8 बजे से मतगणना शुरु होगी, जिसके बाद सुबह से ही प्रत्याशियों के भाग्य से जुड़े रुझान सामने आने लगेंगे। दोपहर बाद तक राज्य में सरकार को लेकर स्थिति लगभग साफ होने लगेगी। आधिकारिक जानकारी के अनुसार तीन दिसंबर को सुबह आठ बजे से सभी 52 जिला मुख्यालयों में स्थापित केंद्रों में मतगणना शुरु होगी।

मतगणना के हर राउंड के परिणाम किए जाएंगे प्रदर्शित :

सुबह 8 बजे से पोस्टल बैलेट की गिनती शुरु होगी, उसके आधे घंटे बाद ईवीएम में दर्ज मतों की गणना होगी। पोस्टल बैलेट की गणना समाप्त होने के बाद हर उम्मीदवार को मिले डाक मतों की घोषणा की जाएगी। मतगणना के हर राउंड के परिणाम प्रदर्शित किए जाएंगे। मतगणना के परिणाम भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट results.eci.gov.in और वोटर हेल्पलाइन ऐप के माध्यम से देखे जा सकेंगे। मतगणना के परिणाम ceomadhyapradesh.nic.in. पर प्रदर्शित किए जाएंगे।

इस बार सबसे अधिक मतदान

राज्य की सभी 230 सीटों पर 17 नवंबर को एक साथ मतदान हुआ था। लगभग 5 करोड़ 60 लाख से अधिक मतदाताओं में से 76.22 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले। राज्य विधानसभा चुनाव के इतिहास में इस बार सबसे अधिक मतदान दर्ज किया गया है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में 75़ 63 प्रतिशत और वर्ष 2013 के चुनाव में 72़ 69 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। इससे अधिक मतदान राज्य के विधानसभा चुनाव में कभी नहीं हुआ। मतदाताओं की कुल संख्या 5 करोड़ 60 लाख 58 हजार से अधिक है, जिसमें दो करोड़ 87 लाख 82 हजार से ज्यादा पुरुष और 2 करोड़ 71 लाख, 99 हजार से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं। अन्य मतदाता यानी थर्ड जेंडर की संख्या 1292 है।

भाजपा - कांग्रेस के 230, बसपा के 181, सपा के 71 और 1166 निर्दलीय प्रत्याशी

राज्य में सोलहवीं विधानसभा के गठन के लिए हो रहे चुनाव में कुल दो हजार 533 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें दो हजार 280 पुरुष, 252 महिलाएं और एक अन्य (थर्ड जेंडर) प्रत्याशी शामिल हैं। मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान बुधनी से, पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ छिंदवाड़ा से और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर दिमनी से, प्रहलाद पटेल नरसिंहपुर से और फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला जिले के निवास से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इसके अलावा भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इंदौर एक क्षेत्र से तथा चार सांसद, राज्य सरकार के दो दर्जन से अधिक मंत्री और अन्य प्रमुख नेताओं की किस्मत भी मतदान के बाद ईवीएम में कैद हो गयी। कुल 2 हजार 533 प्रत्याशियों में भाजपा और कांग्रेस के 230-230 के अलावा बसपा के 181, सपा के 71 और 1166 निर्दलीय प्रत्याशी भी शामिल हैं।

2018 में कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी कांग्रेस

राज्य में पंद्रहवीं विधानसभा के गठन के लिए वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत (116 सीट) नहीं मिला था। 2018 में कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी और उसने अन्य दलों के साथ मिलकर दिसंबर 2018 में सरकार बनायी थी। भाजपा को 109 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था। इसके अलावा चार निर्दलीयों के साथ ही बसपा के दो और सपा के एक प्रत्याशी ने विजय हासिल की थी। मार्च 2020 में तत्कालीन कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के अपने समर्थक विधायकों के साथ दलबदल करने के कारण कांग्रेस सरकार का पतन हो गया था और भाजपा फिर से सत्ता में आ गयी। इसके बाद हुए उपचुनावों के चलते विधानसभा में वर्तमान में भाजपा के सदस्यों की संख्या बढ़कर 127 और कांग्रेस सदस्यों की संख्या घटकर 96 हो गयी है। नयी सरकार के गठन को लेकर तस्वीर 3 दिसंबर को मतगणना के साथ स्पष्ट हो जाएगी।

मध्यप्रदेश में कोई कांटे की टक्कर नहीं : सीएम शिवराज

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कई एग्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत की ओर प्रदर्शित करने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य में कांटे की टक्कर जैसी कोई बात नहीं है और फिर एक बार भाजपा की सरकार बनना स्पष्ट हो रहा है। जनता का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति प्रेम, प्रधानमंत्री का नेतृत्व, गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति, पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा का मार्गदर्शन, पार्टी के कार्यकर्ताओं का अनथक परिश्रम, सरकार की अनेक कल्याणकारी योजनाओं और राज्य के विकास ने बता दिया है कि भाजपा की बहुमत से सरकार बनेगी। लाड़ली बहनाओं ने सभी कांटे निकाल दिए हैं। भाजपा को बहनों का अभूतपूर्व प्यार मिला है।

चुनाव कमलनाथ कार्यकर्ता देश विजन से चलता है, टेलीविजन से नहीं : कमलनाथ

पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि, जनता मतगणना के बाद कांग्रेस सरकार पर मुहर लगाएगी और देश विजन से चलता है, टेलीविजन से नहीं। कमलनाथ ने कल रात एक्स पर पोस्ट किया, ''कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को मैं उनका बल याद दिलाना चाहता हूं। आप लोग कांग्रेस की शक्ति हैं और आपकी मेहनत और समर्पण से ही जनता ने कांग्रेस पार्टी के समर्थन में जमकर वोट डाला है। 3 दिसंबर को जब मतगणना शुरू होगी तो कांग्रेस की सरकार पर जनता की मोहर लग जाएगी।

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