घरों में गुपचुप तरीके से चल रहा पटाखें निर्माण का काम, प्रशासन का कोई अंकुश नहीं: कमलनाथ

भोपाल, मध्यप्रदेश। कमलनाथ ने बयान देते हुए कहा कि, हरदा की अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद जागी सरकार की कार्रवाई में कई शहरों में पटाखों के अवैध कारोबार मिले हैं।
कमलनाथ का बयान
कमलनाथ का बयान Priyanka Yadav-RE
Published on
Updated on
2 min read

हाइलाइट्स :

  • हरदा अग्निकांड पर फिर कमलनाथ ने मोहन सरकार पर निशाना साधा

  • कमलनाथ बोले- अवैध पटाखो के गोदामों और दुकानों के संचालन पर प्रशासन का कोई अंकुश नहीं

  • कुछ जगहों पर घरों में गुपचुप तरीके से पटाखें निर्माण का काम चल रहा है

"हरदा की अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद जागी सरकार की कार्रवाई में कई शहरों में पटाखों के अवैध कारोबार मिले हैं। जाँच में पाया गया है कि शहरों में अमानक पटाखा फैक्ट्री और गोदाम की वजह से MP की बड़ी आबादी खतरें में है। घनी बस्तियों में कारोबारियों ने पटाखों के कई अवैध गोदाम बना रखें हैं। कुछ जगहों पर घरों में गुपचुप तरीके से पटाखें निर्माण का काम भी चल रहा है। इसके लिए घरों में बारूद का अवैध भंडारण भी हो रहा है" ये बात आज मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बयान देते हुए कही है।

कमलनाथ ने मोहन सरकार पर निशाना साधा:

बता दें कि हरदा अग्निकांड के बाद प्रदेश के कई शहरों में प्रशासन की टीम पुलिस के साथ मिलकर भारी मात्रा में अवैध पटाखे जब्त किए गए हैं। जिसके बाद फिर कमलनाथ ने मोहन सरकार पर निशाना साधा है।

कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा- हरदा की अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद जागी सरकार की कार्रवाई में इंदौर, भोपाल और जबलपुर समेत कई शहरों में पटाखों के अवैध कारोबार मिले हैं। पेटलावद और हरदा जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति इसीलिए हो रही है क्योंकि अवैध पटाखो के गोदामों और दुकानों के संचालन पर प्रशासन का कोई अंकुश नहीं है। बड़ी संख्या में पटाखा फैक्ट्रियों का संचालन भी सुरक्षा नियमों को दरकिनार करके हो रहा है।

कमलनाथ बोले- मैं सरकार से आग्रह करता हूँ कि केवल हादसों के बाद कार्रवाई की ख़ानापूर्ति की बजाय सामान्य दिनों में भी पटाखा फ़ैक्ट्री एवं बारूद भंडारण की नियमित जाँच कराकर सुरक्षा मानकों का पालन सुरक्षित करायें और सघन आबादी क्षेत्रों से इस तरह के व्यापार को सुरक्षित क्षेत्रों में विस्थापित करने की दिशा में कार्य करें।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com