भोपाल, मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस हाईकमान का इशारा मिलने के बाद अपने पत्ते खोलेगी। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह अंतिम परिणाम आने तक प्रदेश कार्यालय में मौजूद रहेंगे, जबकि प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक दिल्ली मुख्यालय से ही नतीजों पर नजर रखेंगे। नतीजों के बाद की रणनीति को लेकर कमलनाथ की रविवार को दिल्ली में वासनिक से बैठक हो चुकी है।
दरअसल, कमलनाथ की सरकार गिरने और शिवराज सरकार बनने के बीच हुए सियासी घटनाक्रम को ध्यान में रखकर कांग्रेस अब कोई चूक नहीं करना चाहती। विधायकों को एकजुट रखने के अलावा सीटों की संख्या के हिसाब से भी कांग्रेस ने रणनीति बनाई है। जिसकी जानकारी कमलनाथ के अलावा उनके करीबी और भरोसेमंद नेताओं को है। कानूनी दांव-पेंच से निपटने के लिए राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा भी भोपाल में मौजूद रहेंगे। उपचुनाव में उम्मीदवारों के चयन से लेकर प्रचार का रोडमैप लागू करने के लिए हाईकमान ने कमलनाथ को फ्री हैंड दिया था। यानि कांग्रेस ने उपचुनाव कमलनाथ के बूते पर लड़ा है। यही वजह है कि आगे की रणनीति भी कमलनाथ ने बनाई है। इसकी जानकारी हाईकमान के अलावा उनके भरोसेमंद और करीबी नेताओं को ही है। चुनाव प्रचार के दौरान वासनिक ग्वालियर-चंबल में सक्रिय भूमिका में रहे, लेकिन मतगणना के बाद से वे दिल्ली से ही नजर रखे हैं। वे अपने विश्वासपात्रों से लगातार फीडबैक ले रहे हैं।
कमलनाथ को मिली संगठन स्तर पर फेरबदल को मंजूरी :
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार कमलनाथ को संगठन स्तर पर फेरबदल करने की मंजूरी मिल चुकी है। इसको लेकर दिल्ली में रविवार को वासनिक के साथ उनका लंबा विचार-विमर्श हो चुका है। दरअसल, उपचुनाव के नतीजों के आधार पर ही बदलाव किया जाना तय किया गया है। नतीजे उम्मीद के मुताबिक आते हैं, तो संगठन को अधिक ताकतवर बनाया जाएगा और विस्तार भी किया जाएगा। युवक कांग्रेस, एनएसयूआई और महिला कांग्रेस में बड़े बदलाव के संकेत भी मिले हैं। युवक कांग्रेस की कमान प्रदेश में फिलहाल विधायक कुणाल चौधरी के पास है, जिनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है, जबकि एनएसयूआई के अध्यक्ष विपिन बानखेड़े ने आगर सीट से चुनाव लड़ा है।
कमलनाथ ने की 19 जिलों के कलेक्टर और एसपी से फोन पर बात :
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनाव के नतीजे आने से एक दिन पहले 19 जिलों के कलेक्टर व एसपी से फोन पर बात की। कमलनाथ में अफसरों की तारीफ करते हुए कहा कि आप लोग अच्छे अफसर हैं, अपना फर्ज ईमानदारी से निभाएं। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कमलनाथ ने अफसरों से मतगणना का काम निष्पक्ष तरीके से कराने को लेकर बात की। उन्होंने उन सभी जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों से बात की, जहां उपचुनाव हुए हैं और मंगलवार को मतगणना होनी है। वर्ष 2018 के चुनाव के दौरान मतदान व मतगणना से पहले भी कमलनाथ ने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों से बात की थी।
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