कटनी, मध्य प्रदेश। कृषि विज्ञान केन्द्र पिपरौध में गुरूवार को कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने कृषि विभाग व उससे जुड़े अन्य विभागों की संयुक्त बैठक ली। बैठक में अलग-अलग विभागों के कार्य और आगामी कार्ययोजनाओं की समीक्षा कलेक्टर ने की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में किसान कल्याण व कृषि विकास विभाग, आत्मा परियोजना, कृषि विज्ञान केन्द्र, उद्यानिकी विभाग, मत्स्य विभाग, पशु चिकित्सा, दुग्ध संघ, सहकारिता विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई।
कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारियों से पुरानी धान की किस्मों को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र में ही जिले में पूर्व में उत्पादित होने वाली क्षत्रीय, निवारी, सिकिया सहित अन्य धान का प्रदर्शन संग्रहालय तैयारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि जिन किस्मों का बीज संभव हो सके, उनका प्रदर्शन भी केन्द्र में किया जाए। इसके अलावा बीज उत्पादन आधारित कार्य करने के निर्देश भी कलेक्टर ने बैठक में दिए।कृषि विभाग व आत्मा परियोजना के अधिकारियों से कलेक्टर ने चलाई जा रही योजनाओं की प्रगति और वर्तमान में अवर्षा की स्थिति को देखते हुए आगामी कार्ययोजना पर कार्य करने को कहा।
कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि जिले में अधिकांश किसान, बारिश के पानी पर खेती को आश्रित हैं। ऐसे में जिन क्षेत्रों में पानी की कमी है, वहां पर किसानों के साथ जलसंसाधन व संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ कृषि अमला भी संवाद स्थापित करे। किसानों से ही पूछा जाए कि किस स्थान पर जल संग्रहण के लिए तालाब या अन्य निर्माण कराने से पानी ठहरेगा।
उनके बताए स्थानों पर ही निर्माण कराए जाएं ताकि उसका लाभ किसानों को मिले और वॉटर लेबिल भी बढ़े। कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा कि किसान मित्रों का जल्द चयन होने वाला है और उनको प्रशिक्षण के दौरान ही अलग से जल संग्रहण इकाई को लेकर प्रशिक्षित करें और किसान मित्रों को सशक्त बनाने अन्य योजनाओं से भी जोड़ें। कलेक्टर श्री मिश्रा ने हाईब्रिड धान की खेती से होने वाले नुकसान को देखते हुए कृषि विभाग, आत्मा परियोजना और कृषि विज्ञान केन्द्र से संयुक्त रूप से जेआरबी-1 धान की किस्म के बीज को तैयार करने और उसे किसानों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
जल उपयोगिता समिति जल्द बुलाएं बैठक :
कलेक्टर ने बारिश कम होने से खरीफ फसलों के नुकसान को लेकर चर्चा की। जिसमें सामने आया कि अधिकांश क्षेत्रों में बिजली की समस्या से किसानों को परेशानी हो रही है। कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि जल उपयोगिता समिति की बैठक जल्द आयोजित करें और बिजली विभाग को उसमें अनिवार्य रूप से बुलाएं। उससे पहले किसानों से बिजली विभाग की सप्लाई कैसी है और कैसी होनी चाहिए, इसको लेकर इनपुट लेने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए।
पॉली हाउस बनाकर किसानों को बताएं फायदा :
कलेक्टर ने उद्यानिकी विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री मिश्रा ने अधिकारियों से कहा कि घुघरा संजय निकुंज नर्सरी या किसी एक अन्य स्थान पर छोटे से पॉली हाउस का निर्माण कराएं और उसमें अलग-अलग तरह की सब्जी व अन्य उत्पादन करें। पॉली हाउस का विजिट किसानों को कराते हुए उसका फायदा बताएं ताकि अधिक से अधिक किसान प्रेरित होकर उन्नत खेती से जुड़ सकें। मुनगा की खेती को लेकर प्रेजेंटेशन उद्यानिकी विभाग की ओर से दिया गया। जिसको लेकर कलेक्टर ने अधिक से अधिक किसानों को मुनगा लगाने के लिए प्रेरित करने और उससे होने वाले उत्पादनों को लेकर किसानों को शहडोल व रायपुर में लगी इकाईयों का भ्रमण कराने के भी निर्देश दिए।
पशु बीमा अधिक से अधिक कराएं :
पशु चिकित्सा विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने जिले में मवेशियों को लगाए गए टैग के संबंध में जानकारी ली। साथ ही विकासखंड वार पशु बीमा की समीक्षा की और निर्देश दिए कि अधिक से अधिक पशुपालक मवेशियों का बीमा कराएं इसको लेकर उन्हें प्रेरित करें। साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड की भी जानाकारी कलेक्टर ने ली। मत्स्य विभाग, दुग्ध संघ और सहकारिता विभाग की योजनाओं की भी कलेक्टर ने समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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