स्वास्थ्य मेले में लोग कम पहुंचे, तो आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बना दिया मरीज
इंदौर, मध्यप्रदेश। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत शहर के नेहरू स्टेडियम में गुरुवार से दो दिवसीय जिला स्तरीय स्वास्थ्य मेला शुरू हुआ। इस मेले को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई थीं। तीस स्टॉल भी लगाए थे। इतना ही नहीं स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ ही शहर के दो निजी मेडिकल कॉलेज एक अस्पताल के डॉक्टर भी सेवा दे रहे थे।
इस सबके बाद भी मेले का लाभ लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग नहीं पहुंचे। अनुमान था कि मेले में तीन से चार हजार लोग जांच और इलाज के लिए पहुंचेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सुबह मेले में कम भीड़ देखकर अधिकारियों के हाथ-पांव फूले, तो सूत्रों के मुताबिक उन्होंने मेले में सैकड़ों की संख्या में मौजूद आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मरीजों की लाइन में खड़ाकर उनका रजिस्ट्रेशन करा दिया और उन्हीं का जांच, परीक्षण और इलाज करवा दिया।
सुबह कम लोग थे, शाम तक बढ़ गई थी भीड़ :
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. बी.एस सैत्या ने बताया कि हां सुबह जरूर स्वास्थ्य मेले में लोग कम संख्या पहुंचे थे, लेकिन शाम तक बड़ी संख्या में लोग इलाज करने आ गए थे। पहले दिन 1496 लोगों ने इलाज के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। जब उनसे पूछा गया कि आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का भी रजिस्ट्रेशन संख्या बढ़ाने के लिए किया गया, तो उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि यदि आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ अन्य स्टाफ भी स्वास्थ्य मेले में अपना परीक्षण, इलाज करवाना चाहता है, तो उसे रोका नहीं जा सकता।
30 स्टॉल लगे थे मेले में :
इसके पूर्व इस दो दिवसीय स्वास्थ्य मेले का शुभारंभ विधायक महेंद्र हार्डिया तथा कलेक्टर मनीष सिंह ने किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. अशोक डागरिया, डीन एमजीएम मेडिकल कॉलेज डॉ. संजय दीक्षित, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ. जी.एल. सोढी, सी.बी. सौलंकी इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर,सुरेश भदोरिया आदि उपस्थित थे। मेले में तीस स्टाल लगाए गए है। जिसमें मेडिसिन, शल्य चिकित्सा, स्त्री रोग प्रसूति, शिशु रोग हड्डी रोग, नेत्र रोग, टीवी, आरबीएसके परिवार कल्याण परामर्श प्रमुख है। आयुष चिकित्सा एवं औषधी वितरण के काउंटर भी लगाये गये। मेले में नियमित टीकाकरण की सुविधा दी गई। पैथोलॉजी जांच भी कराई गई। अरविंदो मेडिकल कॉलेज, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज, सेवा कुंज अस्पताल की टीम ने भी अपनी सेवाएं दी। कार्यक्रम में विधायक श्री महेंद्र हार्डिया ने कहा कि इस तरह के मेले लोगों को अंतिम बिंदु तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में अपनी प्रमुख भूमिका निभाएंगे। विकासखंड स्तर पर आयोजित किए गए मेले से रेफर किए गए मरीजों को यहां विशेष सेवाएं प्रदान की जा रही है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वस्थ भारत के संकल्प के अनुरूप हैं। इस अवसर पर अतिथियों ने मेले का निरीक्षण भी किया एवं हितग्राहियों से भी बातचीत की। उन्होंने मेले में प्रदान की जा रही सेवाओं का जायजा भी लिया।
बड़ी संख्या में बनाए जा रहे ई-हेल्थ कार्ड :
मेले के पहले दिन डेढ़ हजार से अधिक हितग्राहियों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लिया। इसमें 2 मरीज सर्वाइकल कैंसर के मिले। एक महिला लंग कैंसर से पीड़ित पायी गई। इन्हें उच्चतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पीसी सेठी अस्पताल रेफर किया गया। साथ ही 85 गर्भवती महिलाओं का परीक्षण किया गया तथा 15 महिलाएं निसंतान थी जिन्हें रोशनी क्लीनिक के लिए रेफर किया गया। इस मेले में स्वास्थ्य सेवा प्रदायगी के साथ-साथ जिले के अंतर्गत आने वाली जनसंख्या का 'आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत विशिष्ट स्वास्थ्य आई.डी. (पहचान पत्र) बनाया जा रहा है। आयुष्मान कार्ड के साथ-साथ संचारी-गैर संचारी रोगों की रोकथाम हेतु जागरूकता भी लायी जा रही है। मेले में बीमारी की प्रारंभिक स्तर पर पहचान हेतु स्क्रीनिंग एवं निदान हेतु बुनियादी जांच, दवाइयों के साथ विषय विशेषज्ञों की सेवाएं भी उपलब्ध है। अंतिम दिन शुक्रवार को मेले का समय प्रात: 10 बजे से अपरान्ह 4 बजे तक रहेगा। मेले का उद्देश्य हितग्राहियों की एक ही स्थान पर जांच, निदान, सेवा एवं औषधि की उपलब्धता के साथ-साथ परामर्शदात्री सेवाओं के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाना है। स्वास्थ्य मेले के आयोजन में निजी लैब एवं निजी मेडिकल कॉलेज भी सहयोग कर रहें है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।