इंदौर : ना सोशल डिस्टेंसिंग ना मास्क, हम तो करेंगे प्रोग्राम

डीएविवि में हुई संगोष्ठी में सोश्यल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां। जिस विभाग में हुआ आयोजन दो दिन पहले वहां की फैकल्टी निकल चुकी है कोरोना पॉजिटिव, यूजीसी की गाइडलाइन की कर रहे हैं अवहेलना।
ना सोशल डिस्टेंसिंग ना मास्क हम तो करेंगे प्रोग्राम
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इंदौर, मध्य प्रदेश। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में मंगलवार को राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई। संगोष्ठी में कोविड-19 की गाइडलाइन का कोई ध्यान रखा गया इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यूनिवर्सिटी के आला अधिकारी सोश्यल डिस्टेेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आए, कुछ अधिकारी तो बगैर मास्क लगाए दिखें, जबकि जिस विभाग में संगोष्ठी आयोजित की गई है वहां की एक फैकल्टी दो दिन पहले ही कोरोना पॉजिटिव निकली है। इन सबके बावजूद प्रबंधन ने सोश्यल डिस्टेंसिंग का कोई पालन नहीं किया। संगोष्ठी के दौरान कई अधिकारी तो मास्क तक का उपयोग करते नजर नहीं आए और कई ने सोश्यल डिस्टेंसिंग का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा। जबकि नियम अनुसार प्रत्येक सदस्य के बीच 2 गज की दूरी का ध्यान रखना अनिवार्य है। इसके अलावा यूजीसी ने भी यूनिवर्सिटी-कॉलेज खोलने के लिए गाइडलाइन जारी की है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि यूनिवर्सिटी या कॉलेज कैंपस में बाहर से किसी एक्सपर्ट को लेक्चर्स या ट्रेनिंग के लिए नहीं बुलाया जाएगा।

यूनिवर्सिटी-कॉलेज की कई गतिविधियों पर लगी है रोक :

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देशभर में बंद पड़े विश्वविद्यालयों व सभी कॉलेजों को जरुरी सुरक्षा इंतजामों के साथ फिर से खोलने पर मंजूरी दे दी है। हालांकि यूजीसी ने यह निर्णय राज्य सरकार और कॉलेज प्रशासन पर छोड़ दिया है। उनके अनुसार रा'य अपने यहां कोरेाना वायरस की स्थिति को देखते हुए कॉलेजों को खोलने का फैसला करें। यूजीसी ने सभी उ'च शिक्षण संस्थानों पर कुछ पाबंदिया भी लगाई है। निर्देशानुसार किसी भी यूनिवर्सिटी या कॉलेज के कैंपस में किसी भी समय पर एक साथ 50 फीसदी से ज्यादा स्टूडेंट्स मौजूद नहीं हो सकते। संस्थानों को योजनाबद्ध तरीके से छोटे-छोट बैच में क्लास करना है, चाहे इसके लिए पढ़ाने के घंटे ही क्यों न बढ़ाना पड़े। इसके अलावा कॉलेजों में कई तरह की गतिविधियों पर रोक लगाने की बात कही गई है। यूजीसी ने कहा है कि पहले की तरह फील्ड विजिट, आउटसाइड कॉलेज एक्टिविटीज, स्टडी टूर नहीं होंगे। इन्हें जितना हो सके, कम किया जाएगा। ऐसी कोई एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी नहीं होगी जहां भीड़ ज्यादा हो सकती है।

यह कहना है प्रबंधन का :

यूजीसी की ओर से जो गाइडलाइन जारी की गई है कि बाहर से किसी एक्सपर्ट को नहीं बुलाया जाएगा, इस पर जब यूनिवर्सिटी प्रबंधन से बात की गई तो उनका कहना हैं कि हमने पूरी तरह से गाइडलाइन का पालन किया है। यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह भी आयोजित किया जा रहा है, उसमें भी कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।

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