Indore News : चार दशक से अधिक पुरानी है रिजर्व फोर्स की हिंदू-मुस्लिम, गंगा-जमुनी तहजीब
इंदौर। शहर में हिंदू -मुस्लिम, गंगा जमुनी तहजीब की झलक ईद-उल-फितर यानि मीठी ईद पर देखने को मिलेगी,जब रिजर्व फोर्स के संयोजक सत्यनारायण सलवाडिया शहर काजी डॉ.इशरत अली के राजमोहला स्थित निवास पर जायेंगे और उन्हें शान के साथ बग्गी में बिठाकर सदर बाजार ईदगाह लेकर आयेगे, जहां ईद की मुख्य नमाज अदा की जायेगी। सलवाड़िया ने बताया कि हिंदू मुस्लिम गंगा जमुनी एकता की यह तहजीब की सुंदर परंपरा मेरे पिताजी स्व . रामचंद्र सलवाडिया ने करीब 4 दशक पहले शुरू की थी। उस समय इंदौर शहर के काजी डॉ. इशरत अली के पिताजी डॉ. याकूब अली थे।
मेरे पिताजी मीठी ईद के दिन सुबह सुबह शहर काजी डॉ. याकूब अली के निवास पर जाते, पहले उनका हार फूलों और मिठाई से इस्तकबाल करते , गले मिलकर ईद की मुबारक देते उसके बाद बग्गी में बिठाकर सदर बाजार ईदगाह लेकर आते थे।रास्ते भर लोग शहर काजी का इस्तकबाल कर उन्हे मीठी ईद की मुबारक बाद देते थे। यह सिलसिला आज तक हर मीठी ईद पर चला आ रहा है। रिजर्व फोर्स से जुड़े नारायण सिंह यादव,प्रहलाद शर्मा, जितेंद्र रावरिया ,अरुण माहेश्वरी,राजाराम बोरासी अशोक देवड़ा, जीतेश शाह भी साथ में होगे। गौरतलब है कि मीठी ईद की मुख्य नवाज सदर बाजार ईदगाह पर सुबह 9 बजे होती है,जिसमे शहर काजी मुख्य रूप से शामिल होते हैं । मीठी ईद को लेकर काफी इंतजाम किये गए है हैं। ईद की नामज़ ईदगाह पर अदा की जाएगी। शहर की विभिन्न मस्जिदों में ईद की नमाज का समय अलग-अलग है। ईद के मौके पर छोटों को ईदी भी दी जाती है।
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