शहडोल : जल भराव को देखते हुए विभाग ने खोले बाणसागर के 16 गेट

शहडोल, मध्य प्रदेश : बाणसागर डैम में जलभराव के लगभग 95 फीसद तक पहुंच गया है। प्रशासन ने किया हाई अर्लट जारी, 4800 क्यूबिक छोड़ा जा रहा पानी।
जल भराव को देखते हुए विभाग ने खोले बाणसागर के 16 गेट
जल भराव को देखते हुए विभाग ने खोले बाणसागर के 16 गेटAfsar Khan
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शहडोल, मध्य प्रदेश। ज्यादा बारिश के कारण बाणसागर का जलस्तर खतरे की ओर बढ़ने लगा है, पिछले 48 घंटे के दौरान मध्यप्रदेश के कई जिलों में अच्छी बारिश के कारण शहडोल स्थित बाणसागर डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। बाणसागर डैम में जलभराव के लगभग 95 फीसद तक पहुंच गया है। जलप्रवाह को देखते हुए बाणसागर प्रशासन ने तटवर्ती क्षेत्रों के लिए चेतावनी जारी कर दी है, बाणसागर पक्का बांध संभाग के कार्यपाल यंत्री ने शहडोल, रीवा, सिंगरौली जनपदों के जिम्मेंदारो सहित उत्तर प्रदेश जल संसाधन विभाग को सोन नदी में हो रहे जलप्रवाह के लिए सूचित कर दिया है।

तेजी से हो रही वृद्धि :

पिछले तीन दिन से बाणसागर बांध के जलस्तर में तेजी से वृद्धि जारी थी, इस दौरान रोजाना जलस्तर बढ़ रहा है। जिस गति से बांध में पानी आ रहा है उससे संभावना है कि जल्द बांध के फाटक पूरे खोल जा सकते हैं। सोन नदी के लिए जलसंग्रहण करने वाले मध्य प्रदेश के अनूपपुर, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, रीवा, सतना, शहडोल, सीधी, उमरिया एवं सिंगरौली जनपदों में ज्यादा बारिश के कारण बाणसारग बांध उफान पर है।

कई ग्राम होंगे प्रभावित :

बाणसागर डैम के फाटक खुलने पर सोन नदी के जलस्तर में कई फुट तक वृद्धि की संभावना रहती है, जिसके कारण जनपद के तटीय गांव कुरछा, घोरिया, सेमिया, छितिकपुरवा, गोठानी, मीतापुर, चौरा, बिजौरा, बडगांव, कुडारी, चोपन, अम्माटोला, हरदी, सोनजर, कजरहट, चकरिया, चांचीकला, नक्सवार एवां पिंडारी सहित तीन दर्जन से ज्यादा तटवर्ती गांवों में खतरा पैदा हो जाता है। इस पानी का असर गडवा, औरंगाबाद, डेहरी आन सोन सहित पटना में भी देखा जाता है।

सहायक नदियां पूरे उफान पर :

बाणसागर बांध में निरंतर बरसात से जल स्तर बढ़ रहा है, मंगलवार को बांध के सोलह गेट खोले दिये गये, बांध में जल भराव की क्षमता 341.64 मीटर है। 16 अगस्त को बांध में जलभराव 341.22 होने पर बांध के 6 गेट खोले गये थे, लेकिन शहडोल सहित आसपास के जिलों में हो रही निरंतर बारिश से जहां सोन और उसकी सहायक नदियां पूरे उफान पर है। जिससे बांध में तेजी से पानी बढ़ रहा है, जिसे देखते हुए सोमवार की प्रात: बांध के सोलह गेट खोले गये, डैम से 4800 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है और आगे कितना पानी छोड़ा जाएगा, यह बांध में पानी की आवक पर निर्भर है। डैम से पानी छोड़ने की सूचना बाणसागर से बिहार तक नदी के आसपास के गांवों में मुनादी के माध्यम से इसकी सूचना प्रशासनिक स्तर पर की जा चुकी है। लोगों को नदी से दूर सतर्क रहने की समझाइश भी दी जा रही है।

पहले 6 अब 16 गेट खोले गये :

जिले में पिछले एक सप्ताह से हो रही बारिश के चलते बाणसागर बांध भर गया है। सोमवार की सुबह 7 बजे बाणसागर बांध के 6 गेट आधा-आधा मीटर खोल दिए गए हैं। बाणसागर बांध का जलभराव अधिक हो जाने से यह स्थिति बनी है, बाणसागर बांध खतरे के निशान को छूने लगा था, जिसके चलते यह निर्णय लिया गया। 341.64 मीटर बांध की जलभराव की क्षमता है, सोमवार की सुबह 7 बजे बांध का जलस्तर 341.21 मीटर पहुंच गया था।

मुनादी के बाद बाणसागर डैम के 6 गेट खुले
मुनादी के बाद बाणसागर डैम के 6 गेट खुलेAfsarKhan

ग्रामीण इलाको को कराया खाली :

उल्लेखनीय है कि बांध के लबालब होने की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने सोन नदी पर बने बाणसागर बांध के आस-पास के ग्रामीण इलाकों को खाली करा लिया था, लोगों को मुनादी करवाकर इसकी सूचना दी गई थी, प्रभावित लोगों को स्कूलों और धर्मशालाओं में शिफ्ट किया गया है। सिचाई विभाग के अधिकारी बांध में आ रहे पानी पर नजर बनाये हुए हैं। गौरतलब है कि बाणसागर बांध न केवल प्रदेश बल्कि बिहार तक को पानी देता है, गेट खोल दिए जाने से अब यह पानी बिहार तक की नदियों का जलस्तर बढ़ाएगा।

विभाग ने जारी किये अलर्ट :

बाणसागर बांध का लगातार बढ़ रहे जल स्तर  को देखते हुए विभाग ने बांध के 6 गेट खोल दिये है। रविवार को शांम 7.30 बजे की वाटरलेवल 341.06 मीटर पहुंच गई थी, सुबह खोले गये 6 गेट के माध्यम से 50 क्यूबिक पानी की निकासी होनी है। सिंचाई विभाग ने सभी को अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिले में स्थित बाणसागर बांध के 6 गेट सोमवार की सुबह 8 बजे खोल दिये गए थे, बांध का जलस्तर 341.22 मीटर पर पहुंच गया है। अब मंगलवार को 16 गेट खोले गये हैं।

शहडोल से बिहार तक सूचना :

बांध में पानी आने का सिलसिला लगातार जारी है, बांध के गेट खोलने से पहले बाणसागर से लेकर बिहार तक इसकी सूचना दी गयी थी, आसपास के गांवों में मुनादी भी कराई गई थी, शहडोल सहित आसपास के जिलों में हो रही बारिश से सोन और उसकी सहायक नदियां उफान पर है। कुछ दिन पहले ही बांध की तीनों पनबिजली यूनिट के लिए पानी छोड़ा गया था।

निगरानी में बांध का पानी :

इस बांध के पानी की निगरानी जल संसाधन विभाग के अधिकारियों द्वारा की जा रही है, गौरतलब हो कि इसके पानी पर केवल मध्यप्रदेश ही नही बल्कि उत्तरप्रदेश और बिहार पर भी नजर है, जो पानी सोन नदी से छोड़ा जा रहा है, वह बिहार तक जाता है, इसके पहले कई बार बाणसागर बांध का पानी बिहार में परेशान कर चुका है, इसलिए सरकार की भी नजर इस पानी पर बनी हुई है। बाणसागर बांध बीते कई वर्षो से पूरी तरह भरता रहा है, इस वर्ष पानी की आवगम अगस्त के महीने में होने की वजह से देर से भरा है, जानकारी के अनुसार बांध के निचले हिस्से के क्षेत्रों में प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किये जाने के चलते सोन नदी के किनारे कर्मचारियों को नियमित भ्रमण करने के लिए कहा गया है।

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