महाकाल की नगरी Ujjain में बैकुंठ चतुर्दशी की मध्य रात्रि को हरि से मिलने आए हर, उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
उज्जैन, मध्यप्रदेश। उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, यह मध्यप्रदेश राज्य के उज्जैन नगर में स्थित, महाकालेश्वर भगवान का प्रमुख मंदिर है। ऐसे में महाकाल की नगरी Ujjain में बैकुंठ चतुर्दशी की मध्य रात्रि को राजाधिराज बाबा महाकाल (हर) गोपाल जी (हरि) से मिलने पहुंचें है।
मध्य रात्रि हुआ हरि और हर का मिलान :
रविवार को उज्जैन में कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी के अवसर पर बाबा महाकाल भगवान विष्णु को सृष्टि का कार्यभार सौंपने पहुंचे, गोपाल मंदिर में हरि से हर का मिलने देखने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। देर रात महाकाल मंदिर से यात्रा निकाली गई, बाबा महाकाल मंदिर से पालकी में सवार होकर गोपाल मंदिर पहुंचे, जहां उनका बेलपत्र की माला पहनाकर स्वागत किया गया।
बता दें, बाबा महाकाल पालकी में सवार होकर मध्य रात्रि में गोपाल जी से भेंट करने निकले यह नजारा केवल आज ही बैकुंठ चतुर्दशी की मध्यरात्रि को वर्ष में एक बार देखा जा सकता है, यह प्राचीन परंपरा है, जिसका निर्वाह किया गया, प्राचीन मान्यता के अनुसार देवशयनी ग्यारस पर श्री विष्णु योग निंद्रा के दौरान क्षीरसागर में निवास करते हैं, वहीं देव उठनी ग्यारस (देव दीपावली) पर देव जाग जाते हैं और आज बैकुंठ चतुर्दशी पर श्री विष्णु, भगवान विष्णु के योग निंद्रा के काल में मान्यता अनुसार शिव सृष्टि का संचालन करते हैं और विष्णु के जागने के पश्चात आज उन्हें पुनः सृष्टि का भार सौंप कर अपने धाम लोटते हैं, यह नजारा कल उज्जैन में देखा गया।
बता दें, विश्व में इस तरह का रूपांतरण केवल उज्जैन में ही परंपरा अनुसार देखा जा सकता है।इसे देखने रविवार देर रात भारी संख्या में श्रद्धालु मध्यरात्रि में गोपाल मंदिर के बाहर मौजूद थे, इस दौरान पूरे रास्ते में हर तरफ श्रद्धालु बाबा महाकाल के जयकारे लगाते नजर आए। मन मोहक आतिशबाजी के साथ धूमधाम से बाबा महाकाल की यात्रा निकाली गई। रास्ते भर भक्त झूमते गाते महाकाल मंदिर से गोपाल मंदिर पहुंचे। सुरक्षा के लिहाज से हर तरफ पुलिस के जवान तैनात किए गए थे।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।