भोपाल, मध्य प्रदेश। मैं मध्यप्रदेश में ही रहूंगा, कहीं नहीं जा रहा, यह कहना था कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का। गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने इस कयास पर विराम लगाया कि वे दिल्ली जा रहे हैं। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा, जीतू पटवारी एवं अन्य पार्टी पदाधिकारी मौजूद थे।
श्री कमलनाथ ने कहा कि वे स्पष्ट करना चाहते हैं कि उनका शेष जीवन भी इसी प्रदेश में कटेगा और वे कहीं नहीं जा रहे हैं। उन्होंने प्रतिप्रश्न करते हुए कहा "क्या वे आराम करने लायक दिखते हैं।" एक से अधिक पदों पर बने रहने संबंधी सवालों के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने कभी भी किसी भी पद के लिए आवेदन नहीं दिया था। केंद्रीय नेतृत्व ने जो भूमिका तय की, वह जिम्मेदारी निभाई और आगे की जिम्मेदारी भी केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा।
श्री कमलनाथ ने ई-टेंडर घोटाला, आयकर छापों के बाद केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की रिपोर्ट संबंधी मामलों से जुड़े सवालों के जवाब में कहा कि वे इस पक्ष में हैं कि सभी मामलों की जांच होना चाहिए, लेकिन जांच राजनैतिक नहीं होकर निष्पक्ष हो। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने 15 माह के शासनकाल के दौरान बदले की भावना से जांच कराने का कार्य नहीं किया। उनकी प्राथमिकता प्रदेश की तस्वीर बदलने की रही और जांच के कार्य भी चलते रहे।
प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के गठन पर निर्णय जल्द :
प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के गठन संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस संबंध में उनकी प्रदेश के नेताओं के अलावा केंद्रीय नेताओं से चर्चा चल रही है। इस मुद्दे को लेकर अलग-अलग मत भी आए हैं। फिर भी इस पर जल्दी ही निर्णय होने की संभावना उन्होंने जताई।
कांग्रेस प्रदेश के किसानों को जागरूक करने चलाएगी अभियान :
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के आसपास एक माह से अधिक समय से जारी किसान आंदोलन और देश तथा मध्यप्रदेश के संदर्भ में किसानों तथा कृषि की दशा पर उन्होंने विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि अब प्रदेश कांग्रेस राज्य के किसानों को इन मुद्दों पर जागरूक करने के लिए अभियान चलाएगा। उन्होंने कुछ समय पहले लागू किए गए केंद्रीय कृषि कानूनों को "काले कानून" बताते हुए कहा कि इनके बारे में राज्य (मध्यप्रदेश) के किसानों को जागरूक करने की आवश्यकता है और इसलिए ही प्रदेश कांग्रेस अभियान चलाएगी।
आगामी कार्यक्रमों की दी जानकारी :
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने इस अवसर पर बताया कि आज से 15 जनवरी तक विभिन्न जिलों में कांग्रेस कमेटियों की ओर से एक दिन का धरना, प्रदर्शन और बैठक आयोजित की जाएगी। इसके बाद 15 जनवरी को दोपहर में किसानों द्वारा चक्काजाम विभिन्न इलाकों में किए जाएंगे। इसी क्रम में 20 मार्च को मुरैना जिला मुख्यालय पर किसान महापंचायत आयोजित की जाएगी। इसके बाद 23 जनवरी को किसानों द्वारा राजधानी भोपाल में राजभवन का घेराव किया जाएगा।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।