फूटपाथी अपनी दुकाने लगाकर किया कब्जा
फूटपाथी अपनी दुकाने लगाकर किया कब्जाShahid - RE

Gwalior : हजार बिस्तर अस्पताल का शुभारंभ नहीं हुआ और फुटपाथियों ने कर लिया कब्जा

हजार बिस्तर अस्पताल का अभी शुभारंभ भी नहीं हो पाया है, उससे पहले ही फुटपाथियों ने वहां कब्जा जमाना शुरू कर दिया है। मूक दर्शक बनकर देखते रहते हैं अस्पताल की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मी।
Published on

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। हजार बिस्तर अस्पताल का अभी शुभारंभ भी नहीं हो पाया है, उससे पहले ही फुटपाथियों ने वहां कब्जा जमाना शुरू कर दिया है। अस्पताल की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मी यह सब मूक दर्शक बनकर देखते रहते हैं। जबकि उन्हें यहां कब्जा करने वालों को रोकना चाहिए, नहीं तो कुछ दिनों बाद यह स्थिति निर्मित हो जाएगी कि फुटपाथियों को हटाना कॉलेज-अस्पताल प्रबंधन के लिए चुनौती बन जाएगा।

397.05 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हजार बिस्तर अस्पताल के बाहर फुटपाथी मास्क, चाय-पानी, टॉफी-बिस्कुट सहित अन्य सामानों की दुकानें लगाकर बैठ गए हैं। नगर निगम ने इन पर अभी एक बार कार्रवाई भी की, लेकिन उसका असर इन फुटपाथियों पर दिखाई नहीं दे रहा है। वह रोक के बावजूद दुकानें सजाकर बैठ रहे हैं। लोगों का कहना है इन फुटपाथियों का बाजार हजार बिस्तर अस्पताल के बाहर सजवाने में सुरक्षा कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान है। वह इन्हें यहां दुकानें लगाने से नहीं रोक रहे है। वहीं जीआर मेडिकल कॉलेज और जयारोग्य अस्पताल प्रबंधन को भी यह फुटपाथ नजर नहीं आता। जबकि वह इस बात से भली-भांति परिचित हैं कि बाद में इन्हें हटाना उनके लिए चुनौती होगा।

अस्पताल में बनने शुरू हो गए कचरे के ठीये :

हजार बिस्तर में ओपीडी शुरू होते ही वहां यूडीएस कम्पनी के सफाई कर्मियों ने कचरे के ठीये बनाने शुरू कर दिये हैं। हालांकि अभी यह ढेर कम हैं। लेकिन इन पर ध्यान नहीं दिया गया तो इन ढेरों को विशाल होते देर नहीं लगेगी। हालांकि प्रबंधन भी अभी शिफ्टिंग के चक्कर में इन व्यवस्थाओं पर ध्यान नहीं दे पा रहा है।

अस्पताल में बनने शुरू हो गए कचरे के ठीये
अस्पताल में बनने शुरू हो गए कचरे के ठीयेShahid - RE

यह सवाल मांग रहे जवाब :

  • क्या सुरक्षा कर्मियों को सिर्फ दिखावे के लिए खड़ा किया गया है?

  • क्या प्रबंधन इन फुटपाथियों को हटवाने की कार्रवाई करेगा या ऐसा ही चलता रहेगा ?

  • क्या कॉलेज-अस्पताल प्रबंधन का इन फुटपाथियों से कोई संबंध है?

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com