हाइलाइट्स :
नगर निगम द्वारा की जा रही पेंच रिपेयरिंग को कलेक्टर ने देखा
गुणवत्ताहीन कार्य को लेकर लगाई फटकार, कार्रवाई की दी चेतावनी
लगातार दिशा निर्देश देने के बावजूद सुधरे नहीं निगम अधिकारी
ग्वालियर, मध्यप्रदेश। इस तरह से पेंच रिपयेरिंग करने का फायदा भी क्या है। यह सड़क फिर उखड़ जाएगी। आप लोग गुणवत्ताहीन कार्य करके क्या साबित करना चाह रहे हैं। एक बात आप समझ लें कि कहीं भी गुणवत्ताहीन कार्य नहीं होना चाहिए जहां भी इस तरह से काम हुआ वहां के इंजीनियर के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। यह फटकार कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने निगम अधिकारियों को लगाई। वह जयेन्द्रगंज में की जा रही पेंच रिपेयरिंग कार्य का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान अपर कलेक्टर रिकेंश वैश्य भी मौजूद थे। कलेक्टर ने अपर कलेक्टर से कहा कि ऐसे अधिकारियों को तो जेल भेज देना चाहिए।
दरअसल शहर की खस्ता हाल सड़कों ने लोगों का जीना हराम कर दिया है। जर्जर सड़कों का मुद्दा प्रभारी मंत्री तुलसी राम सिलावट की बैठक में भी छाया रहा था और मंत्री ने 10 दिन में सड़कों की स्थिति सुधारने के निर्देश दिए थे। इस बैठक में कलेक्टर द्वारा पेंच रिपेयरिंग की पोल खोली गई थी। कलेक्टर ने कहा था कि नगर निगम इतनी घटिया पेंच रिपेयरिंग कर रहा है कि दूसरे दिन मौक पर गिटिट्यां पड़ी दिखती हैं। इससे अच्छा है कि पेंच रिपेयरिंग न की जाए। इसी बैठक में प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर को कहा था कि आप स्वंय मॉनिटरिंग करें। अगर घटिया काम हो रहा है तो अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए। यही बात ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कही थी। इसी वजह से गुरूवार को कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह जयेन्द्र गंज में नगर निगम द्वारा की जा रही पेंच रिपेयरिंग का औचक निरीक्षण करने पहुंचे गए। उन्होंने पेंच रिपेयरिंग प्रभारी प्रेम पचौरी एवं सुरेश अहिरवार को मौके पर बुला लिया। अधिकारियों के मौके पर पहुंचने के बाद कलेक्टर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि इतना गुणवत्ताहीन पेच रिपेयरिंग का कार्य क्यों हो रहा है। आप लोग क्या देख रहे हैं। कार्य की गुणवत्ता की जवाबदारी इंजीनियरों की है। कहीं पर भी गुणवत्ताहीन कार्य मिला तो उस क्षेत्र के इंजीनियर के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी। कलेक्टर ने निगम के इंजीनियरों को यह भी निर्देशित किया है कि शहर में जिन सड़कों पर पेच रिपेयरिंग का कार्य किया जा रहा है, वहां पर निगम के इंजीनियर स्वयं उपस्थित होकर कार्य की मॉनीटरिंग करें। जयेन्द्र गंज के बाद कलेक्टर ने अन्य सड़कों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान अपर कलेक्टर रिकेंश वैश्य भी मौजूद थे।
एफआईआर कराना चाह रहे थे कलेक्टर :
कलेक्टर इस कदर नाराज थे कि दोनों अधिकारियों को निलंबित करने के साथ एफआईआर कराने की बात कह रहे थे। लेकिन अपर कलेक्टर रिकेंश वैश्य ने कहा कि सर पहली बार है इसलिए एक मौका दे दें तो बेहतर रहेगा। इतनी सख्त कार्यवाही न करें। चूंकि रिकेंश वैश्य पहले नगर निगम अपर आयुक्त रह चुके हैं इसलिए निगम अधिकारियों से उनका लगाव रहा है। यही वजह है कि अपर कलेक्टर ने दोनों अधिकारियों को बचा लिया।
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