Gwalior : पुलिस ने पेपर लीक करने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश, आठ सदस्यों को किया गिरफ्तार
ग्वालियर, मध्यप्रदेश। पेपर लीक और बेचने वालों ने परीक्षार्थियों से अभी पैसे नहीं लिये थे। पैसे के बदले उन्होंने परीक्षार्थियों के मूल दस्तावेज अपने पास जमा कर लिये थे। उन्होंने परीक्षार्थियों को विश्वास दिलाया था कि हमारे द्वारा बताए गए प्रश्न नहीं आते हैं तो हम आप से पैसे नहीं लेंगे और आते हैं तो 3 लाख रूपए देने के बाद आपको आपके मूल दस्तावेज वापस मिल जाएंगे। इसके लिए पेपर बेचने वालों ने सभी के अलग-अलग काम भी बांट रखे थे। पुलिस को इन लोगों से 70 से 80 परीक्षार्थियों के मूल दस्तावेज भी मिले हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से बताया कि जब हमारी टीम ने थाना डबरा क्षेत्र के टेकनपुर स्थित एक होटल में दबिश दी तो पेपर लीक कराने वाले गिरोह के सदस्य उक्त परीक्षा का पेपर लिए हुए मिले। टीम ने पेपर लीक कराने वाले गिरोह के 8 सदस्यों को हिरासत में ले लिया है। पकड़े गये गिरोह के सदस्यों से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि पकड़े गये गिरोह के सदस्यों में 2 व्यक्ति हरियाणा, 2 उत्तर प्रदेश, 1 बिहार तथा 3 ग्वालियर के हैं। प्रारंम्भिक पूछताछ में यह पता चला है कि उनके तार प्रदेश के बड़े जिलों भोपाल, इन्दौर, जबलपुर, सागर, रतलाम, रीवा से जुड़े हैं। उन्होंने यह भी कबूल किया है कि गिरोह का मास्टर माइंड इलाहबाद (उ.प्र) का रहने वाला है तथा उसी के द्वारा उक्त परीक्षा आयोजित कराने वाली कंपनी के जरिए पेपर आउट कराया गया है। क्राईम ब्रांच की टीम अन्य जिलों की पुलिस से समन्वय स्थापित कर गिरोह के मुख्य सरगना सहित अन्य सदस्यों की तलाश के लिए दबिश दे रही है।
यह मिला सामान :
क्राईम ब्रांच टीम को मौके से 39 मोबाइल, एक लेपटॉप, दो प्रिंटर मशीन, पेपर, सॉल्ब पेपर, परीक्षार्थियों की मार्कशीट तथा अन्य सामग्री मिली है। जिसे विधिवत जप्त किया गया है।
सभी के बंटे हुए थे काम :
ग्वालियर : पकड़े गए सदस्यों में 3 ग्वालियर के भी शामिल है। इनका काम ग्वालियर के छात्रों से सम्पर्क स्थापित करना था।
हरियाण : हरियाणा के दोनों व्यक्तियों का काम छात्रों के दस्तावेज एकत्रित करने का था।
उत्तरप्रदेश : उत्तरप्रदेश के दोनों व्यक्तियों का काम परीक्षार्थियों को प्रश्न-उत्तर बताने का था।
सूचना मिलने के बाद की परीक्षा निरस्त :
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मुख्य प्रशासकीय अधिकारी केके रावत ने जारी आदेश में लिखा है कि 7 फरवरी को संविदा स्टाफ नर्स के होने वाले पेपर लीक होने की सूचना मिली है। अत: आपको निर्देशित किया जाता है कि संविदा स्टाफ नर्स की परीक्षा को तत्काल निरस्त करने की कार्यवाही सुनिश्चित करें।
इनका कहना है :
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि पेपर लीक और बेचने वालों का मास्टर माइंड प्रयागराज का निवासी है। मोबाइलों के माध्यम से मास्टर माइंड और उसकी पूरी गैंग की खोजबीन की जा रही है। जल्द से जल्द इन्हें पकड़ लिया जाएगा। प्रश्न पत्र को हमने मिलान के लिए भेज दिया है कि क्या यह वही प्रश्न पत्र है जो शाम 3 बजे वाली परीक्षा में परीक्षार्थियों को बांटा जाना था।
अमित सांघी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, ग्वालियर
परीक्षा आयोजित होने से पहले ही मैंने और संगठन ने सभी को आगह किया था कि शहर में दलाल सक्रिय हो गए हैं। इनके खिलाफ एफआईआर की जाए और कठोर से कठोर से कार्रवाई की जाए। साथ ही पर्चा लीक कराने वाली पूरी गैंग को पकड़ा जाए। इस संबंध में बुधवार को मैं कलेक्टर को ज्ञापन दूंगा।
भूपेन्द्र गुर्जर, प्रदेश महामंत्री, नर्सिंग छात्र संगठन
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