Gwalior News : अब मुन्ना ने भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष के नाम से महापौर से मांगे 5 सवालो के जवाब
ग्वालियर। ग्वालियर पूर्व विधानसभा इस समय राजनीतिक रणभूमि के रूप में बदली हुई नजर आ रही क्योंकि भाजपा नेता व बीज निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल ने अब सीधे कांग्रेस की महापौर को अपने टारगेट पर लेकर एक तरह से कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार को घेरने का काम शुरू कर दिया है। मुन्ना के आरोप के बाद महापौर सामने आई ओर खुलकर मुन्ना के आरोप का जवाब देते हुए उनको बिका हुआ नेता बताते हुए यहां तक कह दिया कि आरोप लगाना बड़ा आसान है, लेकिन इससे पहले स्वंय को भी देखना चाहिए। वैसे महापौर को लेकर भाजपा नेता का सोच था कि वह आरोपो का जवाब नहीं दे सकेगी, लेकिन जिस तरह से महापौर ने सामने आकर मुन्ना के आरोपो का जवाब दिया उससे यह समझ मे आ गया कि महापौर शोभा सिकरवार को अब बोलने के लिए किसी दूसरे की जरूरत नहीं है।
महापौर ने पत्रकारवार्ता बुलाकर जो जवाब बीज निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल को दिया है तो उसके जवाब में अब मुन्ना ने दूसरे को आगे कर एक तरह से महापौर से 5 सवालो के जवाब मांगे है। वैसे मुन्नालाल यह जवाब स्वंय मांग सक ते थे,लेकिन उन्होंने एक रणनीति के तहत भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष अमित जादौन का सहारा लेकर महापौर को घेरने का काम करते हुए उनसे 5 सवालो का जवाब मांगा है, सवाल यह उठता है कि अभी तक मुन्नालाल गोयल ने कांग्रेस विधायक व महापौर के खिलाफ गरीबो की जमीनो पर कब्जा करने एवं गरीबो के आवास की फाइल दबाने का आरोप लगाया था, लेकिन अगले ही दिन महापौर ने उसका जवाब दिया तो फिर मुन्ना को दूसरे के नाम का सहारा लेकर सवाल पूछने की क्या जरूरत पड़ गई? क्या स्वंय ही उन सवालो को महापौर से पूछने से क्यों हिचक रहे है।
महापौर से पांच सवाल
बतायें आपके परिवार ने शहर में शासकीय भूमियों पर कहां-कहां अवैध कब्जे किये हैं। इसकी सूची नगर निगम के पास है। क्या इन अवैध कब्जों को हटाने की कार्यवाही करेंगी ?
पिछले 9 माह से आप महापौर हैं आपकी निवासरत विधानसभा क्षेत्र के वार्डों में क्षेत्र की जनता उफनती सीवर लाईनों, नलों में गंदा पानी, कॉलोनियों में अंधकार सड़कों पर गडढों से बेहाल हैं। क्या इन समस्याओं का निराकरण करना आपकी जिम्मेदारी नहीं है ?
आउटसोर्स कर्मचारियों की फाईल का जो नया टेण्डर होना था उस फाईल को 2 माह तक आपने क्यों दबा के रखा। आपने अपने चहेते पुराने ठेकेदार को ही पुन: काम क्यों दे दिया ?
ग्वालियर शहर में स्ट्रीट लाइट की मेन्टिनेंस व्यवस्था ध्वस्त हो गई है । शहर के 66 वार्डों की कॉलोनियॉं अंधेरे में हैं फिर आपने केवल ग्वालियर पूर्व में मेन्टिनेंस हेतु दो गाड़ियां अपने अधीन क्यों रख ली हैं ?
निगम परिषद के ठहराव क्रं. 54 दिनांक 14.12.2015 में परिषद द्वारा जलकर की बकाया राशि माफ करने संबंधी प्रस्ताव पर निर्णय लिया गया था कि निगम परिषद इसका निर्णय करने में सक्षम नहीं है इसलिये यह प्रस्ताव प्रदेश शासन को भेजा जाये। तब परिषद के इस निर्णय में पार्षद सतीश सिकरवार भी शामिल थे। मेयर इन काउंसिल बार-बार जलकर माफी का प्रस्ताव निगम परिषद को पहुंचाकर जनता को क्यों गुमराह कर रहीं हैं ?
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।